ओमीक्रॉन के मरीजों को रात में होती ये परेशानी और कारण जानिए
साल 20219 से शुरू हुए कोरोना वायरस के अभी तक कई वेरिएंट देखे जा चुके हैं. कुछ दिनों पहले डेल्टा वैरिएंट के चलते दुनियाभर में लोग इससे प्रभावित हुए वहीं अब इसका एक और नया वैरिएंट ओमीक्रॉन दुनियाभर के देशों के लिए मुसीबत बन गया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | साल 20219 से शुरू हुए कोरोना वायरस के अभी तक कई वेरिएंट देखे जा चुके हैं. कुछ दिनों पहले डेल्टा वैरिएंट के चलते दुनियाभर में लोग इससे प्रभावित हुए वहीं अब इसका एक और नया वैरिएंट ओमीक्रॉन दुनियाभर के देशों के लिए मुसीबत बन गया है. ओमीक्रॉन के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. आपको बता दें कि ओमीक्रॉन डेल्टा के मुताबिक काफी तेजी से फैल रहा है. ऐसे में विशेषज्ञों ने भी इसे चिंता का विषय बताया हैOmicron Symptoms In Hindi: ओमिक्रॉन के इन 5 लक्षणों को भूलकर भी ना करें इग्नोर, वरना बढ़ जाएगी मुश्किल
WHO के मुताबिक, ओमीक्रॉन (Omicron) काफी तेजी से एक से दूसरे व्यक्ति को फैल रहा है. ऐसे में जो लोग पहले भी कोविड-19 से संक्रमित हो चुका है, जो पहले से पूरी तरह से वैक्सीनेटेड है, उन्हें भी ओमीक्रोन के संक्रमण का खतरा हो सकता है. वहीं, साउथ अफ्रीका से शुरू हुए इस वायरस के बारे में यहां के डॉक्टर एंजेलिक कोएट्जी जो साउथ अफ्रीकन मेडिकल एसोसिएशन के चेयरपर्सन है. उनका कहना है ओमीक्रोन से संक्रमित व्यक्ति में कोई खास तकलीफ अभी तक नहीं देखी गई हैOmicron In India: चार दिन-5 राज्य-21 मरीज, वैक्सीनेटेड भी ओमिक्रॉन पॉजिटिव, ये लक्षण आए हैं सामने..
डेल्टा (Delta Virus) और ओमीक्रॉन के मरीजों में कई तरह के लक्षण देखे जा रहे हैं लेकिन ओमीक्रॉन में एक लक्षण ऐसा है जो डेल्टा में दिखाई देने वाले लक्षणों से बिल्कुल अलग है. ऐसे में आइए जानते हैं इसके बारे में Omicron Symptoms: कोरोना के इस नए वेरिएंट ओमीक्रोन के लक्षण भी जान लें और सतर्क रहें
सभी मरीजों में अलग-अलग हैं ओमीक्रॉन के लक्षण
ओमीक्रॉन वायरस से संक्रमित मरीजों को रात के समय काफी ज्यादा पसीना आता है. इसके साथ ही उन्हें सिर्द दर्द, बुखार भी आता है. इस वायरस के कारण मरीजों को गले में दर्द का भी सामना करना पड़ रहा है. लेकिन आपको बता दें कि ओमीक्रॉन से प्रभावित लोगों में इसके अलग-अलग लक्षण नजर आ रहे हैं.
ओमीक्रॉन के लक्षण
स्क्रेची थ्रोट – दक्षिण अफ्रीका के डॉक्टर, एंजेलिक कोएत्ज़ी के अनुसार, ओमिक्रॉन से संक्रमित रोगियों में गले में खराश के बजाय स्क्रेची थ्रोट जैसी समस्या देखने को मिल रहे है. वैसे तो यह दोनों स्थितियां एक हद तक समान हो सकती हैं, हालांकि स्क्रेची थ्रोट की समस्या अधिक दर्दनाक होती है.
थकान- पहले के वेरिएंट की तरह, ओमिक्रॉन से थकान या अत्यधिक थकावट हो सकती है. एक व्यक्ति थका हुआ महसूस कर सकता है, कम ऊर्जा का अनुभव कर सकता है और आराम करने की तीव्र इच्छा हो सकती है, जो रोजमर्रा की गतिविधियों को बाधित कर सकती है. हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि थकान अन्य कारणों और स्वास्थ्य समस्याओं से भी उत्पन्न हो सकती है. अपनी स्थिति की पुष्टि करने के लिए डॉक्टर को जर
हल्का बुखार- कोरोनावायरस की शुरुआत के बाद से हल्का से मध्यम बुखार कोविड19 के बताए गए लक्षणों में से एक है, लेकिन ओमिक्रॉन में बुखार माइल्ड रहता है और कई दिनों तक बना रह सकता है.
सूखी खांसी – साउथ अफ्रीका हेल्थ डिपार्टमेंट के अनुसार ओमिक्रॉन से पीड़ित लोगों को सूखी खांसी भी हो सकती है. यह लक्षण कोविड19 के लक्षणों में भी दिखाई दिया था. सूखी खांसी तब होती है जब आप आपका गला सूखता है या फिर आपके गले में इंफेक्शन होने की वजह से कुछ अटका हुआ-सा लगता है.
रात में पसीना आना- दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर अनबेन पिल्ले के अनुसार, रात के समय पसीना आना भी इस बीमारी के लक्षण हैं. वहीं, रात को पसीना बहुत ज्यादा आता है. सबसे हैरानी की बात यह है कि इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति अगर एसी चलाकर या ठंडी जगह पर सोता है, तो भी उसे पसीने आते हैं.