लाइफस्टाइल : रंग-बिरंगे फूलों वाले पौधे लगाने का शौक सभी को होता है। इन्ही रंग-बिरंगे फूलों में से एक होता है गुड़हल का फूल। गुड़हल का पौधा हर गार्डन में लगाया जाता है यहां तक की कई घरों में गुड़हल का पौधा देखने को मिलता है। गुड़हल के फूल तीन रंगों के होते हैं लाल, गुलाबी और पीला। गुड़हल के फूल का इस्तेमाल पूजा पाठ से लेकर त्वचा और बालों तक के लिए किया जाता है। इस प्रकार यह अपने चमकीले रंगों और औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है, कई घरों और बगीचों की शोभा बढ़ाता है। यदि आप देखते हैं कि आपके गुड़हल के पत्ते अचानक झड़ने लगे हैं, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। पत्तियों के झड़ने के पीछे कई कारण हो सकते हैं पहले और मुख्य कारण मौसम में बदलाव होता है। इसके अलावा कई छोटी-मोटी गलतियां भी इसका कारण बन सकती है, आज हम आपको इस लेख के द्वारा ऐसे कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से गुड़हल के पत्तों का झड़ना रोका जा सकता है, इसके साथ ही हम जानेंगे कि गुड़हल के पत्तों के झड़ने के पीछे क्या-क्या कारण होते हैं, तो चलिए जानते हैं।
किन कारणों की वजह से झड़ने लगते हैं गुड़हल के पौधे के पत्ते
1. पानी की कमी या अधिकता
गुड़हल के पौधों में पर्याप्त पानी देना बहुत जरूरी होता है अगर आप जरूर से ज्यादा पानी देंगे टू जेड सड़ने लगेगी और इसका असर पत्तों पर भी नजर आएगा जिस वजह से पत्ते अपने आप झड़ जाएंगे। इसके अलावा अगर आप गुड़हल के पौधों में कम पानी देंगे तो पानी की कमी के कारण और सूखने के कारण गुड़हल के पत्ते झड़ने लगेंगे।
पानी देते समय इन बातों का रखें ध्यान
पानी की मात्रा की जांच करें: अपनी उंगली को मिट्टी में डालकर देखें। यदि मिट्टी सूखी है, तो पानी दें।
पानी देने का सही समय: सुबह या शाम को पानी देना सबसे अच्छा होता है।
पानी की मात्रा: मिट्टी को अच्छी तरह से गीला करें, लेकिन पानी को जमा न होने दें।
2. अत्यधिक खाद डालना
सभी पेड़ पौधों को खाद की बहुत आवश्यकता होती है यह बात हम सभी बखूबी समझते हैं और जानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर पौधे में जरूरत से ज्यादा खाद डाली जाए तो उससे भी पौधे को नुकसान पहुंचता है। जी हां, जिस प्रकार ज्यादा खाना खाने से हम बीमार पड़ जाते हैं उसी प्रकार ज्यादा खाद डालने से पौधा भी बीमार पड़ जाता है। ज्यादा खाद डालने से जड़ें सड़ने लगती हैं और जब मिट्टी के अंदर जड़ें सड़ने लगती हैं तो पौधा पूरी तरह से कमजोर हो जाता है जिस वजह से पत्ते झड़ने लगते हैं।
3. कीट और रोग
तंबाकू की इल्ली: ये इल्लियां पत्तों को खा जाती हैं, जिसके कारण पत्ते झड़ सकते हैं।
माइट्स: माइट्स पत्तों को क्षति पहुंचाते हैं, जिसके कारण पत्ते पीले होकर झड़ सकते हैं।
फफूंद रोग: फफूंद रोगों के कारण पत्तों पर धब्बे पड़ जाते हैं और वे झड़ सकते हैं।यदि आपको कीट या रोग दिखाई देते हैं, तो उनकी पहचान करें। कीटों और रोगों के लिए उचित उपचार करें। नियमित रूप से पौधे की जांच करें और कीटों और रोगों के शुरुआती लक्षणों पर ध्यान दें।
4. तापमान और प्रकाश
अत्यधिक गर्मी या ठंड के कारण पत्ते झड़ सकते हैं। अगर पौधे को किसी छांव वाली जगह पर रखेंगे तो पौधा कमजोर होने लगेगा, पौधे के विकास के लिए और मजबूती के लिए उसे धुप मिलना बहुत जरूरी है। लेकिन अगर गर्मियों की चिलचिलाती धूप में पौधे को रखेंगे तो पौधा सूखने लगेगा और इस वजह से पत्तियां भी झड़ जाएगी। गुड़हल को धूप वाली जगह पर रखें।यदि तापमान बहुत अधिक है, तो पौधे को छाया दें। यदि रोशनी कम है, तो कृत्रिम प्रकाश का उपयोग करें।