जनता से रिश्ता वेबडेस्क।सनातन धर्म में तुलसी एक पौधा नहीं बल्कि आध्यात्मिकता का अंग मानी जाती है। हिंदू संस्कृति में तुलसी की पूजा की जाती है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार जिस घर के आंगन में तुलसी का पौधा होता है उस घर में रोग बैक्टीरिया आदि नहीं आते। इसके साथ-साथ तुलसी के बहुत सारे औषधीय गुण भी हैं जोकि हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक माने जाते हैं। तुलसी की पत्तियों में विटामिन और खनिज तत्व पाए जाते हैं इसमें मुख्य रूप से विटामिन सी कैल्शियम, जिंक और आयरन होते हैं आपको बता दें इसके अलावा तुलसी में से ट्रिक ट्रिक और मलिक एसिड भी पाए जाते हैं।
तुलसी से होने वाले फायदे:
ऐसा माना जाता है कि रोज तुलसी के ताजे पत्ते खाने से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है। ब्रोंकाइटिस फेफड़ों में संक्रमण से बचाने के लिए तुलसी बेहद सहायक है। तुलसी का नियमित अर्थात रोजाना सेवन करने से तुलसी कफ को पतला करके उसे शरीर से निकाल देती है साथ ही फेफड़ों को भी साफ करती है और उनकी काम करने की क्षमता को बढ़ाती है।
महिलाओं में पीरियड की अनियमितता की समस्या बेहद आम होती है। लेकिन तुलसी से इस अनियमितता का इलाज किया जा सकता है। इसके लिए नियमित रूप से तुलसी का सेवन करना चाहिए, नियमित रूप से सेवन करने से आपको पीरियड को रेगुलर करने में सहायता मिलेगी।
यह बात तो हम सभी जानते हैं कि तुलसी का उपयोग खासी सर्दी और बुखार जैसी बीमारियों से निजात पाने के लिए किया जाता है। तुलसी हमारे शरीर के लिए अपनी औषधीय गुणों के साथ हमेशा सहायता करती है। जब भी हमें ऐसी समस्या हो तो पानी में गुड, काली, मिर्ची, लो, अदरक और तुलसी के पत्ते डालकर काढ़ा बनाना चाहिए। यह काडा सर्दी खासी जुखाम बुखार में बेहद लाभदायक होगा और तुरंत ही अपना असर दिखाना शुरू कर देता है।
अगर कोई व्यक्ति लूज मोशन से परेशान हैं तो तुलसी के पत्तों को जीरे के साथ मिलाकर पीस लेना चाहिए, दिन भर में 4 बार अगर इसको चाट कर ऊपर से पानी पी ले तो बेहद लाभ मिलेगा।
तुलसी के पत्तों की सुगंध बेहद कड़क और अच्छी होती हैं इसलिए जिनको सांस या मुंह में बदबू की परेशानी है तो वह हर रोज 2 पत्ते सुबह-सुबह तुलसी के चबा लें इससे उन्हें बेहद फायदा मिलेगा। इसका एक फायदा यह भी है कि इस नुस्खे के कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होते हैं क्योंकि यह बहुत सिंपल है।
अगर आप कभी भी छिलने , कटने, जलने या चोट लग जाने पर तुलसी के पत्तों को फटकरी के साथ मिलाकर लगा लें तो वह घाव बेहद जल्दी और प्रभाव से ठीक होता है। तुलसी में एंटी बैक्टीरियल तत्व होते हैं जोकि डिटॉल की तरह आपके गांव को पकने नहीं देते।
तनाव अधिक होने पर बहुत सारे लोगों की भूख बढ़ जाती है ऐसे में अपनी डाइट से ज्यादा खाना खाने लगते हैं और वजन बढ़ जाता है। तुलसी के प्रयोग से तनाव के जिम्मेदार हार्मोन कार्टिसोल का स्तर बेहद कम हो जाता है।जब तनाव ही नहीं होगा तो भूख भी कम लगेगी और आप पर्याप्त मात्रा में खाना खा पाएंगे।
पूरे दिन की थकान भरी जिंदगी घर ऑफिस में व्यस्त जिंदगी के कारण जब आप के सर में दर्द हो जाए तो तुलसी और अदरक वाले एक कप चाय सर दर्द और थकान दोनों को दूर भगा कर आपको आराम देती है। वैसे तो यह नुस्खा अक्सर हम घर में अपनाते हैं और इसका असर भी एकदम कड़क ही होता है।
तुलसी से होने वाले नुकसान:
तुलसी के फायदे तो हम सब ने पढ़ ही लिए हैं लेकिन क्या आप जानते हैं अधिक सेवन करने से तुलसी के नुकसान भी है। तो चलिए आपको बताते हैं तुलसी से होने वाले नुकसान।
गर्म तासीर की होने के कारण तुलसी का अत्यधिक सेवन आपके पेट में जलन मचा सकता है, इसलिए तुलसी का हमेशा सीमित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए।
प्रेगनेंसी में तुलसी के सेवन से बचना चाहिए, साथ ही जो महिलाएं अपने बच्चों को स्तनपान कराती हैं उस दौरान तुलसी का सेवन करना ही नहीं चाहिए।
अगर आपकी कोई सर्जरी हुई है या आने वाले समय में होने वाली हैं तो इस समय आप तुलसी का सेवन बंद कर दें क्योंकि तुलसी खून को पतला करती है जिसके कारण सर्जरी के दौरान या बाद में ब्लीडिंग होने का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए सावधानी बरतें और तुलसी का सेवन न करें।
अधिक तुलसी और अदरक की चाय का सेवन करने से आपके सीने में जलन की शिकायत हो सकती है या आपको यूरिन इन्फेक्शन जैसी बीमारियां भी हो सकती है। इसलिए सीमित मात्रा में है इसका सेवन करें।