जीरे का इस्तेमाल दाल, सब्जी, सलाद समेत कई अलग-अलग तरह के खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है. यह न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इससे हेल्थ को भी बड़े फायदे होते हैं. आयुर्वेद में जीरे को एक महत्त्वपूर्ण औषधि के रूप में बताया गया है, जीरे को एक बेहतरीन एंटी-ऑक्सिडेंट भी मना जाता है लेकिन क्या आपको पता है इसमें कॉपर, आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, मैगनीज जिंक व मैगनीशियम जैसे मिनरल्स का एक अच्छा सोर्स भी है.
जीरे में एंटी-डायबिटिक प्रॉपर्टीज होती हैं, जो अपके डाइजेशन को भी इंप्रूव करती है जिससे आपको वायरल इंफेक्शन नहीं होता है लेकिन कई ऐसे सवाल मन में आते हैं जैसे कि क्या जीरा डायबिटिक पेशेंट्स की लिए अच्छा है? डायबिटीज में जीरे का उपयोग कैसे करें? आज हम ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब लेकर आए हैं, आइए जानते हैं.
डाइबिटीज में जीरे के फायदे
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक जीरा शरीर में इंसुलिन के लेवल को बढ़ावा देता है. इसका रेगुलर सेवन करने से डायबिटीज में लाभ मिलता है.
जीरा न केवल इंसुलिन को बढ़ाता है बल्कि ये शरीर में मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर मोटापे के खतरे को कम करने में सहायक है जिससे ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल मे रहता है.
जीरा मॉर्निंग सिकनेस, मलबसोरप्शन सिंड्रोम और इनडाइजेशन जैसी अन्य समस्याओं का भी समाधान करता है.
जीरे में भरपूर मात्रा में विटामिन सी और ई पाया जाता है, जो स्किन की ग्लोइंग और हेल्दी बनता है.
डायबिटीज के कैसे करें जीरे का सेवन
डायबिटिक पेशेंट्स यदि जीरे को पाउडर के रूप में लेते हैं तो वो उनके लिए ज्यादा लभकारी होता है.
दाल, सब्जी, दही और सलाद में भुने हुए जीरे को पाउडर के रुप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
भोजन के लगभग 30 मिनट बाद एक गिलास जीरे का पानी पीते हैं, तो ये आपके ब्लड शुगर को कम करने के साथ साथ डाइजेशन को भी ठीक करता है.
डाइबिटीज के लिए जीरे के अधिक सेवन के जोखिम
आप यदि डाइबिटीज की दवा ले रहे होते हैं तो अपने ऊपर होने वाली जीरे की खपत को देखना अनिवार्य है, अधिक मात्रा में जीरे के सेवन से ब्लड शुगर लेवल को कम करता है और हाइपोग्लाइसीमिया उत्पन्न कर सकता है.
न्यूज़ क्रेडिट : navyugsandesh