लाइफस्टाइल : कैलाश मानसरोवर यात्रा की ख़ास बात इस यात्रा में मुख्य रूप से श्रद्धालु कैलाश पर्वत की परिक्रमा और पापों से मुक्ति के लिए मानसरोवर झील में स्नान करते हैं। कैलाश मानसरोवर हमारे देश के सबसे प्रमुख दर्शनीय स्थलों में आता है। इस जगह ओर होने वाली कैलाश मानसरोवर की यात्रा हिंदू धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। जिसकी वजह से कई महीने पहले से तैयारी शुरू हो जाती है। जिसके लिए बहुत सारी बातों का ध्यान रखना होता है। इस यात्रा में मुख्य रूप से श्रद्धालु कैलाश पर्वत की परिक्रमा और पापों से मुक्ति के लिए मानसरोवर झील में स्नान करते हैं। यह यात्रा कई दुर्गम और संवेदनशील क्षेत्रों से गुजराती है। इसलिए इस यात्रा को शुरू करने से पहले केंद्र सरकार बेहद गंभीर हो जाती है और कई नियम बनाती है। जानें कैलाश मानसरोवर घूमने के लिए खूबसूरत जगह
मानसरोवर झील मानसरोवर झील कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान आने वाली एक प्रमुख झील है। जिसका बहुत ही ज़्यादा आध्यात्मिक महत्व है। यह झील काफ़ी बड़ी है और लगभग 320 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है। कहा जाता है कि इसी झील में माता पार्वती स्नान करती थी। मानसरोवर झील के उत्तर में कैलाश पर्वत तथा पश्चिम में रक्षातल झील है। यह दुनिया की शुद्ध पानी की झीलों में से एक है।
राक्षस तल
कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान एक बहुत ही लम्बी और चौड़ी झील मिलती है। यह लगभग 225 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली हुई है। जिसकी परिधि करीब 84 किलोमीटर है। कहा जाता है कि इस झील के तट पर कभी राक्षसों के राजा रावण ने भगवान शिव की आराधना की थी। जिसकी वजह से इसे राक्षस ताल या रावणहृद के नाम से जाना जाता है। राक्षसताल में स्नान करने से मना किया जाता है।
कैलाश परिक्रमा
कैलाश की परिक्रमा का एक बहुत ही ख़ास महत्व है। यह परिक्रमा लगभग 16,000 फीट की ऊंचाई से शुरू होकर 19,000 फीट तक जाती है। इस परिक्रमा के अपने कई तरह के रोमांच और चुनौतियाँ हैं। इससे ऊँचाई पर बढ़ने के बाद ऐसा लगता है कि हम किसी और ही दुनिया में आ गए हैं। इस जगह से ब्रह्मपुत्र, सिन्धु, सतलुज जैसी कई महत्वपूर्ण नदियों का उद्गम होता है।
पशुपतिनाथ मंदिर
कैलाश मानसरोवर के पास बने पशुपतिनाथ मंदिर का बहुत ही ज़्यादा पौराणिक महत्व है। यह काठमांडू का सबसे पुराना हिन्दू मंदिर है। जिसकी वजह से दुनिया भर से लोग इस मंदिर में आते हैं। ऐसा बताया जाता है कि यहां के देवता ने पशुपति के रूप में बहुत प्रसिद्धि हासिल की थी। इस मंदिर में हिन्दू धर्म के लोग ही प्रवेश कर सकते हैं। दूसरे धर्म के लोगों के लिए इस मंदिर में प्रवेश वर्जित है।
ओम पर्वत
कैलाश मानसरोवर के अंतर्गत आने वाले ओम पर्वत को एक बहुत ही बड़ा दर्शनीय स्थल माना जाता है। इस जगह को एक जादुई और प्रेरक हिमालय पर्वत शिखर के तौर पर भी जाना जाता है। दारचुला जिले में स्थित यह पर्वत 6190 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ता है। कई लोग इस पर्वत को आदि कैलाश और छोटा कैलाश के नाम से भी जानते हैं। ओम् पर्वत पर पहुँचना भी आसानी नहीं है। कैलाश मानसरोवर की ही तरह ही आदि कैलाश की यात्रा भी अति दुर्गम यात्रा मानी जाती है।
मुक्तिनाथ मंदिर
कैलाश यात्रा के दौरान मुक्तिनाथ मंदिर भी आता है। यह इस जगह का एक आकर्षक दर्शनीय स्थल है। मुक्तिनाथ मंदिर हिंदू एवं बौद्ध दोनों ही धर्म को मानने वालों के लिए बहुत ही धार्मिक महत्व रखता है। यह मंदिर एक बहुत ही सुंदर सी घाटी में स्थित हैं जहां पर दुनिया भर के ट्रैकर्स ट्रेकिंग के लिए आते हैं। इस जगह पर आकर इस मंदिर की वास्तुकला को देख सकते हैं। शिवालय शैली में बना यह मंदिर बहुत जी ख़ूबसूरत है।
सप्तऋषि गुफाएं
सप्तऋषि गुफाएं कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान बहुत ही कठिन ट्रेक में से एक के रूप में भी मानी जाती है। यह गुफाएँ लगभग 6000 मीटर की ऊँचाई पर स्थित हैं। जिनका आकर बहुत ही अनोखा बताया जाता है। इन गुफ़ाओं से कई तरह के रहस्य जुड़े हुए हैं। जिसे समझने के लिए इस जगह पर दुनिया भर से लोग आते हैं। इन गुफाओं की सभी दीवारें आपको लाल रंग की दिखेंगी क्योंकि इस जगह पर तिब्बती परंपरा का पालन किया गया हैं।
यम द्वार
कैलाश मानसरोवर की यात्रा में यम द्वार एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। यम द्वार को कुछ लोग यम द्वारी के नाम से भी जानते हैं। कैलाश पर्वत की परिक्रमा का प्रारंभ इसी स्थान से होता है जिसकी वजह से इसके प्रति लोगों की आस्था और भी ज़्यादा बढ़ जाती है। यम को मृत्यु का देवता कहा गया है। ऐसा कहा जाता है कि स्वयं भगवान यम शिव भगवान के निवास स्थान कैलाश की रखवाली करते हैं।
गेज किंगडम
कैलाश मानसरोवर की यात्रा के दौरान आने वाले गेज किंगडम को एक बहुत ही विविधतापूर्ण पर्यटन स्थल के तौर पर देखा जाता है। इस जगह पर आकर सैलानी रोमांच से बाहर जाते हैं। अगर आप भी अपनी इस यात्रा के दौरान किसी रोमांचित स्थल पर जाना चाहते हैं, तो यह एक बहुत ही अच्छा विकल्प हो सकता है। इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। यह कैलाश पर्वत के नज़दीक तिब्बत के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है। इस जगह पर जाकर आप कई मठ भी देख सकते हैं।
जल नारायण विष्णु मंदिर
कैलाश मानसरोवर की यात्रा में दौरान एक और पवित्र स्थान मिलता है। जिसे लोग जल नारायण विष्णु मंदिर के नाम से जानते है। कुछ लोग इस मंदिर को बुधनीलकंठ मंदिर के नाम से भी जानते है। यह भगवान विष्णु को समर्पित मंदिर हज़ारों लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है। इस जगह पर आकर आप भगवान विष्णु की पूजा कर सकते हैं। इस जगह पर आकर आपको अच्छा लगेगा।
दामोदर कुंड
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए आने वाले सैलानियों का एक और बहुत ही पवित्र स्थल का सामना होता है जिसे लोग दामोदर कुंड के नाम से जानते हैं। यह एक बहुत ही अच्छी और लोकप्रिय जगह है। इस जगह पर दुनिया भर से लोग अपनी धार्मिक यात्रा को प्रकट करने के लिए आते है। इस जगह पर आने वाले तीर्थयात्री इस झील की पूजा करते हैं। इस जगह पर आपको ज़रूर जाना चाहिए।