डाइट में शामिल करें अजमोद तेज दिमाग पाने के लिए
Include parsley in the diet to get a sharp mind
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| प्राचीन समय से बीमारियों को दूर करने के लिए नाना प्रकार की औषधि का इस्तेमाल किया जाता है। इनमें एक अजमोद है, जिसे आयुर्वेद में औषधि का दर्जा प्राप्त है। अक्सर अजमोद का इस्तेमाल जायके का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह देखने में धनिए के पत्ते समान होता है। इसके लिए कई बार लोग अजमोद को पहचानने में गलती कर जाते हैं। हालांकि, इसका स्वाद धनिए के पत्ते से हल्का होता है। इसके बावजूद दुनियाभर में अजमोद की खपत अधिक है। खासकर औषधि गुणों के चलते अजमोद की लोकप्रियता बढ़ी है। इसमें औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो कई प्रकार की बीमारियों में फायदेमंद होते हैं। कई शोधों में खुलासा हो चुका है कि कैंसर से लेकर मधुमेह में अजमोद लाभकारी है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
क्या कहती है शोध
सांसों की बदबू को दूर करता है
अजमोद में क्लोरोफिल उच्च मात्रा में पाया जाता है। इससे मुंह की दुर्गंध से मुक्ति मिलती है। प्राचीन समय से अजमोद का माउथ फ्रेशनर के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। सांसों की बदबू को दूर करने के लिए अजमोद की पत्तियों का सेवन माउथ फ्रेशनर के रूप में कर सकते हैं।
स्मरण शक्ति में सुधार होता है
यह बीमारी उन मरीज़ों को होती है जिनकी स्थिति कोरोना के दौरान गंभीर हो जाती है।
शोधकर्ताओं की मानें तो अजमोद में एपिजेनिन एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो न्यूरॉन को व्यवस्थित और सेरेब्रम की क्षमताओं को विकसित करता है। आसान शब्दों में कहें तो अजमोद के सेवन से स्मरण शक्ति बढ़ती है। इससे अल्जाइमर और पार्किंसन रोगों में आराम मिलता है। इसके लिए अपनी डाइट में अजमोद को जरूर शामिल करें।