स्पर्म क्वालिटी को बेहतर कैसे बना सकते है

Update: 2023-05-23 18:27 GMT
आजकल के कपल्स को सबसे ज्यादा परेशानी गर्भधारण करने में होती है। इसका एक बड़ा और मुख्य कारण पुरुषों में स्पर्म काउंट और इसकी खराब क्वालिटी का होना है। पुरुषों में खराब स्पर्म क्वालिटी के पीछे शराब का सेवन, स्मोकिंग और तंबाकू जैसी खराब आदतें, गतिहीन जीवनशैली आदि होती है। जिसके कारण पुरुषों में लो स्पर्म काउंट की वजह से शीघ्रपतन, सेक्स इच्छा में कमी और पार्टनर को प्रेग्नेंट कर पाने में दिक्कत होती है। वहीं 
डायटीशियन की माने तो स्वस्थ और पोषक तत्वों से भरपूर आहार के जरिए पुरुष अपने स्पर्म क्वालिटी को बेहतर बना सकते हैं। इसके अलावा उनकी डाइट में कुछ पोषक तत्वों का होना काफी जरूरी है। ये वह पोषक तत्व होते हैं, जो स्पर्म क्वालिटी बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। अगर आप भी ऐसी ही किसी परेशानी से जूझ रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए है। इस आर्टिकल में हम आपको 5 जरूरी पोषक तत्वों के बारे में बताने जा रहे हैं। जो स्पर्म क्वालिटी को बेहतर बना सकते हैं।
को-एंजाइम 10 शुक्राणुओं की मात्रा और गतिशीलता में सुधार लाने का काम करता है। इसके अलावा ऑक्सीडेटिव डैमेज की वजह से शुक्राणु नुकसान से बचाते हैं। इसलिए पुरुषों को यह सलाह दी जाती है कि वह अपनी डाइट में 100-200 मिलीग्राम को-एंजाइम को जरूर शामिल करें। इसके लिए आपको पालक, फैटी फिश, मूंगफली और मीट आदि का अच्छी मात्रा में सेवन करना चाहिए।
फोलिक एसिड
फोलिक एसिड DNA को संश्लेषित करने के लिए काफी जरूरी होता है। इसके अलावा यह शुक्राणुओं को डीएनए के नुकसान से बचाता है। फोलिक एसिड स्पर्म हेल्थ को बनाए रखने आवश्यक पोषक तत्व है। इसलिए अपनी डाइट में कम से कम 400-600 ग्राम फोलिक एसिड जरूर शामिल करना चाहिए। बता दजें कि गहरे हरे पत्ते वाली सब्जियां, स्प्राउट्स, चना, ब्रोकली और राजमा आदि में यह पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
विटामिन डी
विटामिन डी स्पर्म काउंट बढ़ाने और शुक्राणु उत्पादन में अहम भूमिका निभाता है। इसके साथ ही यह शुक्राणुओं के फंक्शन और गतिशीलता को भी बेहतर बनाने का काम करता है। अंडे, दूध, मशरूम और धूप की किरणें विटामिन डी का बेहतरीन स्त्रोत है। डायटीशियन के अनुसार, व्यक्ति को रोजाना 10 से 15 मिनट तक धूप जरूर लेनी चाहिए। वहीं पुरुषों को प्रतिदिन 1000 IU तक विटामिन डी लेने की सलाह दी जाती है।
जिंक
जिंक टेस्टोस्टेरोन और शुक्राणु के उत्पादन को बढ़ावा देने में सहायक होता है। साथ ही यह गतिशीलता स्पर्म क्वालिटी और उसकी संरचना में सुधार करता है। हर व्यक्ति को अपनी डाइट में रोजाना 500-100 मिलीग्राम जिंक शामिल करना चाहिए। कद्दू के बीज, काजू और छाले आदि में यह प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
सेलेनियम
ऑक्सीडेटिव तनाव को सेलेनियम कम करता है। साथ ही शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार करने का काम करता है। इसलिए पुरुष को रोजाना 400mcg सेलेनियम जरूर लेना चाहिए। बता दें कि अंडे, मीट, चिकन, मछली और नट्स व बीज में यह प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
Tags:    

Similar News

-->