डाइट में कितनी मात्रा में रहना चाहिए प्रोटीन? जानें

Update: 2022-08-10 03:52 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Protein Poisoning: मौजूदा दौर में हर कोई बेहद ही अट्रैक्टिव दिखना चाहता है. इसके लिए सभी लोग अपने आप को बहुत ही स्लिम और फिट रखना चाहता है. ऐसे में अपने वजन को कम करने के लिए तरह तरह के डाइट चार्ट को फॉलो करते है,और घंटो जिम में जाकर एक्सरसाइज भी करते हैं. लेकिन इसके साथ ही प्रोटीन का सेवन भी ज्यादा मात्रा में करता है. शायद ही आपको ये पता हो कि प्रोटीन खाने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती है और ये न्यूट्रिएंट शरीर के सेल्स की मरम्मत करने में मदद करता है. साथ ही यह स्किन व बालों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है. प्रोटीन बॉडी के लिए एक बहुत अच्छा मैक्रोन्यूट्रिएंट्स (Micronutrient) होता है. लेकिन किसी भी चीज का ओवरडोज या अत्यधिक मात्रा में सेवन हमेशा नुकसानदेह साबित होता है. कभी-कभी इसके ज्यादा इस्तेमाल से आपकी सेहत को कई तरह के नुकसान हो सकते है, जिसे प्रोटीन प्वाइजनिंग कहते है. आइए जानते है इसके बारे में.

डाइट में कितनी मात्रा में रहना चाहिए प्रोटीन?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक हमारे शरीर के हर एक किलोग्राम में 1 ग्राम प्रोटीन की मात्रा होनी चाहिए. इसके अलावा शरीर में कार्ब्स और फैट की मात्रा भी सही होनी चाहिए. जरूरत से ज्यादा प्रोटीन रिच डाइट खाने के कारण प्रोटीन प्वाइजनिंग हो सकती है.
ज्यादा प्रोटीन खाने के नुकसान
1. वजन बढ़ने की समस्या
आजकल वजन बढने से काफी लोग परेशान हैं और इसके कम करने के लिए ज्यादा प्रोटीन का सेवन करते हैं, लेकिन ऐसा करने से वजन घटने के बजाय वजन बढ़ सकता है. जो शरीर को गलत शेप दे सकता है. इसलिए आपको इन बातों का ख्याल रखा होगा.
2. डिहाइड्रेशन की प्रॉब्लम
आपको बता दें कि डेली डाइट में जरूरत से ज्यादा प्रोटीन का सेवन करने से आपको डिहाइड्रेशन (Dehydration) की समस्या हो सकती है. प्रोटीन को पचाने के लिए शरीर को काफी ज्यादा पानी की जरूरत पड़ती है. ये यूरिन के रूप में शरीर से बाहर निकलता है जबकि इसके साथ पानी भी भारी मात्रा में निकलता है. जिसकी वजह से शरीर में पानी की कमी हो सकती है.
3. डिप्रेशन की हो सकती है परेशानी
आपको बता दें कि खाने में बहुत ज्यादा प्रोटीन का सेवन और कम कार्बोहाइड्रेट खाने से आपको अवसाद, चिंता, टेंशन और नकारात्मक भावनाओं जैसी परेशानियां हो सकती हैं. ये आपके शरीर में स्ट्रेस हार्मोन का बढ़ा कर डिप्रेशन का कारण बन सकता है.


Tags:    

Similar News

-->