Home Tips: जानिए कितनी मात्रा लौंग खाना सेहत के लिए है सही

Update: 2024-08-01 09:30 GMT
Home tips घरेलू सुझाव: लौंग एक ऐसा मसाला है जिसका इस्तेमाल हम सभी के घरों में होता है। इसका इस्तेमाल सिर्फ पान में या मुंह साफ करने के लिए ही नहीं किया जाता, बल्कि यह अपने स्वाद और औषधीय गुणों के कारण काफी लोकप्रिय है। इसका इस्तेमाल व्रत आदि में भी किया जाता है, और इसकी गिनती महंगे मसालों में भी होती है। लौंग की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका इस्तेमाल सर्दियों और बदलते मौसम में ज्यादा किया जाता है। इसका स्वाद थोड़ा मीठा, तीखा और कसैला होता है। इसका इस्तेमाल कई तरह के मसालों में किया जाता है, जैसे चाय मसाला, गरम मसाला, बिरयानी मसाला, चाट मसाला आदि।
लौंग का इस्तेमाल सिर्फ मसाले के रूप में ही नहीं होता, बल्कि इसके तेल का इस्तेमाल भी दंत चिकित्सक बखूबी करते हैं, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट, दर्द निवारक एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल जैसे कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि बहुत से लोगों को इसके इस्तेमाल का सही तरीका नहीं मालूम होता है। आइए जानें, मैं लौंग का इस्तेमाल किस तरह से अपने भोजन पकाने में करती हूं:
ऐसे करें इस्तेमाल
1 यह जानना जरूरी है कि लौंग का इस्तेमाल अधिक मात्रा में नहीं किया जाता है। गरम मसाला बना रही हों या चाय मसाला पाउडर, लौंग का कम ही मात्रा में मैं प्रयोग करती हूं। चाय मसाला बनाते समय एक चौथाई कप छोटी इलायची के साथ सिर्फ दो चम्मच लौंग व अन्य मसाले ठीक रहते हैं। इसी तरह बिरयानी मसाला
powder
बनाते समय छोटी-बड़ी इलायची के एक चम्मच बीजों के साथ एक चम्मच लौंग पर्याप्त होता है।
2 जब साबुत लौंग का इस्तेमाल स्टियू बनाते समय,चनों को उबालते समय या पुलाव-बिरयानी आदि में करती हूं, तो सर्व करने से पहले लौंग निकाल लेती हूं। खाना बनाने के बाद पूरी लौंग नरम नहीं होती है और वह सख्त लकड़ी जैसी हो जाती है।
3 सूप, सॉस बनाते समय मैं लौंग का पाउडर ही डालती हूं ताकि उसकी खुशबू अच्छी तरह समा जाए।
4 तंदूरी आलू, गोभी, पनीर आदि बनाते समय भी मैं चुटकी भर लौंग पाउडर मैरीनेट करने वाले मिश्रण में मिला देती हूं। रोस्ट करने के बाद स्वाद व खुशबू बहुत बढ़िया आती है।
5 पिसी हुई लौंग का इस्तेमाल मैं अकसर मिठाइयों व बेक्ड करने वाली वस्तुओं में खूब करती हूं। रायते के ऊपर भी इसको बुरकने से टेस्ट बहुत अच्छा हो जाता है।
6 लौंग को शुद्ध घी या तेल में डालकर धीमी आंच पर अच्छी तरह से भून लें। अब इस लौंग को तेल से निकालकर रख लें। किसी भी डिश में इस लौंग को इस्तेमाल करने से पहले थोड़े-से तेल या घी में डालकर मिलाएं और डिश में डालें। स्वाद लाजवाब हो जाता है।
7 मूंग की दाल के छौंक में लौंग डालने से स्वाद बहुत बढ़िया हो जाता है। इसके अलावा काढ़ा बनाना हो या लौंग का पानी, सभी में साबुत लौंग डालकर पकाती हूं।
यूं करें खरीदारी
लौंग का रंग काला भूरा होता है, जिसे असली लौंग के रूप में जाना जाता है। इसकी खुशबू तेज होती है। दूसरे प्रकार की लौंग थोड़ी-सी लालिमा लिए गहरे भूरे रंग की होती है, जो बाजार में तेल निकली हुई मिलती है। इसमें सुगंध की तीव्रता काफी कम पाई जाती है। असली लौंग को जानने के लिए एक लौंग को चबाइये, उसको दबाने पर तेल का अंश मालूम पड़े तो समझिए कि वह असली है।
लौंग में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे ओरल हेल्थ के लिए अच्छे हैं। तभी तो खाना खाने के बाद मुख शुद्धि के लिए लौंग, इलायची व पान आदि का सेवन किया जाता है। इसके सेवन से मुंह की दुर्गंध, दांत दर्द और ओरल इंफेक्शन आदि से बचा जा सकता है ।
लौंग भोजन को पचाने में मदद करती है। इसमें मौजूद वाष्पशील तेल पाचन को सुधारने में मददगार होता है। इसके साथ ही पेट दर्द और गैस की समस्या से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
थकान व कमजोरी महसूस हो रही हो या हल्का बुखार है, तो एक लीटर पानी में चार लौंग डालकर उबालें और ठंडा करके उसे ही पिएं।
लौंग को चबाकर उसका रस चूसने से खांसी में राहत मिलती है। सर्दी-जुकाम में इसको काढ़े में डालने व पीने से भी राहत मिलती है।
लौंग को चबाने से गला भी साफ होता है। लौंग के पानी से गरारा करने से गले के दर्द व जुकाम में भी आराम मिलता है।
लौंग के सेवन से जोड़ों के दर्द में, फैटी लिवर में भी आराम मिलता है।
Tags:    

Similar News

-->