Health Tips: जानें कौन से नमक से होता है बीमारी

Update: 2024-08-19 07:32 GMT
Health Tips हेल्थ टिप्स: भोजन का स्वाद बढ़ाने के लिए उसमें नमक का इस्तेमाल किया जाता है। बिना नमक खाना बेस्वाद लगने लगता है। शरीर को फिट और हेल्दी रखने के लिए भी सोडियम जरूरी होता है, जो कि नमक खाने से ही मिलता है। बावजूद इसके डॉक्टर अच्छी सेहत के लिए व्यक्ति को सीमित मात्रा में ही नमक का सेवन करने की सलाह देते हैं। ऐसे में आपकी सेहत के लिए कौन सा नमक ज्यादा सूट करता है, यह जानने से पहले जान लेते हैं आखिर नमक होते कितने तरह के हैं और किस व्यक्ति को कौन सा नमक खाने से क्या फायदा मिलता है।
सेंधा नमक-
आयुर्वेद के अनुसार सेंधा नमक को बाकी नमक से बेस्ट माना जाता है। व्रत में भी इसी नमक का सेवन किया जाता है। इस नमक की खासियत यह है कि यह सफेद और काला नमक से 84 गुना बेहतर होता है। इस नमक में कैल्शियम, Potassium, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक, कॉपर, सेलेनियम जैसे कई मिनरल्स मौजूद होते हैं। जो सीने में जलन, जीईआरडी, सूजन, पाचन संबंधी समस्याओं और कब्ज में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।
समुद्री नमक-
समुद्री नमक को समुद्र के पानी से बनाया जाता है। इसमें मौजूद खनिजों मैग्नीशियम, पोटेशियम और कैल्शियम की वजह से यह सेंधा नमक से महंगा होता है। इस नमक में मौजूद कैल्शियम दांतों व हड्डियों को कमजोरी होने से बचाए रखता है। यह त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने का प्रभावी उपाय है। हालांकि समुद्री नमक का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए वरना यह उच्च रक्तचाप का कारण बन सकता है।
आयोडीन नमक-
यह नमक आयोडीन रिच होने की वजह से थायराइड ग्रंथि के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। इस तरह का नमक घरों में सबसे ज्यादा यूज किया जाता है, लेकिन इसका सेवन भी सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। आयोडीन नमक खाने से तनाव कम महसूस होता है, मस्तिष्क के साथ बाल, नाखून, दांत और त्वचा की सेहत का भी ध्यान रखता है।
काला नमक-
काला नमक का केमिकल कंपोजिशन सोडियम क्लोराइड होता है। इसमें सल्फर की मात्रा अधिक होने से ये पेट की सेहत का खास ख्याल रखता है। इसके नियमित सेवन से पाचन से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस, कब्ज और अपच से राहत मिलती है। इसके अलावा काला नमक वजन घटाने, बीपी कंट्रोल रखने, सीने की जलन को दूर करने और मांसपेशियों की ऐंठन से राहत देने में मदद करता है।
गुलाबी नमक-
गुलाबी नमक हिमालय से मिलता है, जिसमें कई तरह के खनिज मौजूद होते हैं। यह नमक स्वाद में हल्का मीठा लगता है। इस नमक के नियमित और सीमित मात्रा में सेवन करने से ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। गुलाबी नमक को खाने या पेय पदार्थों में मिलाने से शरीर को फ्लूड बैलेंस बनाने में मदद मिलती है। जिससे डिहाइड्रेशन से बचाव होता है। पिंक हिमालयन नमक आपके दिमाग में serotonin हार्मोन को बढ़ाकर स्ट्रेस से राहत देता है। स्ट्रेस कम होने के कारण आपको बेहतर नींद आती है। इतना ही नहीं हिमालयन पिंक नमक आपकी त्वचा को साफ करने में भी मदद करता है।
सलाह-
ज्यादा नमक खाने से हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, स्ट्रोक, कैल्शियम की कमी हो सकती है। इसकी वजह से शरीर में पानी जमने लगता है और हाथ-पैरों में भयानक सूजन आ सकती है। यही वजह है कि नमक का सेवन सीमित मात्रा में ही करने की सलाह दी जाती है। अगर आप पहले से ही बीपी या किसी अन्य सेहत से जुड़ी समस्या से जुझ रहे हैं तो किसी भी नमक का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना ना भूलें।
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