Health Care: जाने हरी दूब के अनेक चमत्कारिक फायदे

Update: 2024-08-04 15:00 GMT
Health Care स्वास्थ्य देखभाल: भगवान गणेश को प्रिय दूर्वा घास का सिर्फ धार्मिक महत्व ही नहीं है। आयुर्वेद में इसे एक शक्तिशाली जड़ी-बूटी के रूप में देखा जाता है। औषधीय गुणों से भरपूर दूर्वा घास में विटामिन-ए, विटामिन-सी, प्रोटीन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, सोडियम, एसिटिक एसिड, एल्कलॉइड और ग्लूकोसाइड जैसे पोषक तत्वों के साथ एंटी-वायरल, एंटी-माइक्रोबिल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-सेप्टिक गुण भी मौजूद होते है। जो ब्‍लड शुगर 
Control 
करने से लेकर वेट लॉस और पाचन संबंधी समस्याओं को भी दूर करने में फायदा पहुंचाते हैं। आइए जानते हैं सेहत से जुड़े दूर्वा घास के ऐसे ही कुछ गजब के फायदे।
दूर्वा घास के फायदे-
इम्यूनिटी करे बूस्ट-
मानसून के दौरान कमजोर इम्यूनिटी सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याओं का कारण बनती है। ऐसे में दूर्वा घास का उपयोग शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। दूर्वा घास में एंटी-वायरल, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करके व्यक्ति को सेहतमंद बनाए रखते हैं।
डायबिटीज-
दूर्वा घास में मौजूद साइनोडोन डेक्टाइलोन नामक यौगिक का हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होता है। जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में मदद करता है। सुबह खाली पेट दूर्वा घास के जूस को नीम के जूस के साथ लेने से मधुमेह संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद मिल सकती है।
कब्ज से राहत-
पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी दूर्वा घास बेहद फायदेमंद मानी जाती है। खाली पेट दूर्वा घास के जूस का सेवन करने से शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है। इसके अलावा इसके नियमित सेवन से मल त्यागने में आसानी होती , जिससे कब्ज जैसी समस्या से व्यक्ति को राहत मिलती है।
वेट लॉस-
दूर्वा घास के फायदों में वेट लॉस भी शामिल है। वजन घटाने के लिए आप दुर्वा घास को एक चम्मच जीरा, 4-5 काली मिर्च और थोड़ी सी दालचीनी के साथ पीसने के बाद छान लें। अब इस पाउडर का सेवन छाछ या नारियल पानी के साथ दिन में दो बार करें। इसके नियमित सेवन से मोटापे को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
तनाव से राहत-
दुर्वा घास का सेवन मानसिक तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद Antioxidant Mental Health
 को बेहतर बनाने का काम करते हैं। दुर्वा घास के नियमित सेवन से मस्तिष्क की नसें शांत होती हैं, जिससे व्यक्ति को चिंता, तनाव और अवसाद कम महसूस होता है।
दूर्वा घास का सेवन करने का तरीका-
दूर्वा घास का सेवन आप कई तरह से कर सकते हैं। दूर्वा का रस निकालकर रोजाना सुबह खाली पेट पिया जा सकता है। इसके अलावा दूर्वा घास को सुखाकर बनाया गया पाउडर शहद के साथ मिलाकर या पानी के साथ लिया जा सकता है।
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