दुनियाभर में स्मार्टफोन का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है, खासतौर से 9 साल से 19 साल के बच्चों के बीच। ब्रिटेन की ऑफकॉम की एक रिपोर्ट में सामने आया है कि ब्रिटेन के 91% बच्चों के पास 11 साल की उम्र तक अपना स्मार्टफोन होता है। रिपोर्ट के अनुसार ये बच्चे जब 19 साल के होते हैं तो इनमें से 65% डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। अमेरिका में 9 से 11 साल के 37% बच्चों के पास खुद का स्मार्टफोन होता है।
यूरोप के 19 देशों में 13 साल तक के 80% बच्चे रोज इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। 19 साल की उम्र तक 90% किशोरों के पास अपना स्मार्टफोन होता है। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के प्रो एमी ओर्बन का कहना है कि 8 साल तक के बच्चे भी सोशल मीडिया अकाउंट बना लेते हैं। इनके ऑनलाइन अब्यूज होने की आशंका ज्यादा रहती है।
ओर्बन का मानना है कि स्मार्टफोन और सोशल मीडिया के इस्तेमाल में संतुलन बनाए रखना जरूरी है, क्योंकि इससे भले ही सीधे तौर पर दिमाग पर कोई असर न पड़े लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से हानि पहुंचा सकते हैं।
उन्होंने 1700 बच्चों पर किए गए शोध में पाया कि 11 से 13 साल की लड़कियां और 14-15 साल के लड़के जो सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं वे आगे चलकर जिंदगी से कम संतुष्ट होते हैं।
दूसरी ओर सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करने वाले ज्यादा संतुष्ट पाए गए। स्मार्टफोन के प्रति बच्चों में ज्यादा आकर्षण सोशल मीडिया का होता है।
बच्चे स्मार्टफोन यूज करें तो माता-पिता उन पर रखे नजर
लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की प्रो सोनिया लिविंगस्टोन का मानना है कि इंटरनेट और स्मार्टफोन हमारे बच्चों के लिए इस वक्त जरूरी है। इससे बच्चे समाज से नए तरीके से जुड़ पाते हैं। लेकिन लेकिन माता-पिता का कंट्रोल होना जरूरी है।