अजवाइन के अधिक सेवन से स्वास्थ्य को नुकसान
वजन घटाने के लिए असरदार माना जाता है। इ
जनता से रिश्ता बेबडेस्क | अजवाइन इंडियन किचन का बिल्कुल कॉमन मसाला है। जिसे सब्जी, स्नैक्स में पीसकर या तड़का लगाकर इस्तेमाल किया जाता है। वहीं अजवाइन को वजन घटाने के लिए असरदार माना जाता है। इसके बेनिफिशियल एलिमेंट जानने के बाद ज्यादातर लोग अजवाइन को यूज कर रहे हैं। लेकिन जरूरत से ज्यादा हर चीज नुकसान करती है। अजवाइन को ज्यादातर सर्दियों में खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन अगर आप इसे गर्मी में भी उसी मात्रा में खाते हैं तो थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है। नहीं तो अजवाइन फायदे की जगह नुकसान करने लगेगी।
आयुर्वेद में अजवाइन की तासीर को गर्म बताया गया है। जो पाचन से जुड़ी दिक्कतों को दूर करती है। वहीं इसे खाने से हाइपरटेंशन दूर होती है। अजवाइन का काढ़ा सर्दियों में जुकाम दूर करता है तो वहीं इस काढ़े से दमी की समस्या में आराम मिलता है। अजवाइन के ढेर सारे फायदे के साथ इसे खाने में सावधानी रखने की भी जरूरत है।
अजवाइन के साइड इफेक्ट
अजवाइन खाना पसंद तो सावधान रहें इसे ज्यादा मात्रा में खाने से गैस और एसिडिटी जैसी समस्या हो जाती है।
-अजवाइन में थाईमोल होता है जो उल्टी, चक्कर और बेहोशी का कारण भी बन जाती है। हालांकि ये समस्या तभी होती है जब अजवाइन से एलर्जी हो गई हो।
-फार्मइजी की रिपोर्ट के अनुसार अजवाइन में बायोएक्टिव कंपाउंड होते हैं जो मुंह में सूजन की वजह बन जाते हैं। जिसकी वजह से जलन होती है और लंबे समय में मुंह के अल्सर का खतरा रहता है।
-प्रेग्नेंट वुमन को भूलकर भी अजवाइन नहीं खानी चाहिए। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे की ग्रोथ पर असर पड़ता है।
-यहीं नहीं, कच्ची अजवाइन को ज्यादा मात्रा में खाने से गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए जहर बन जाती है।
-सर्जरी होने वाली है तो अजवाइन का सेवन बंद कर दें। सर्जरी के कम से कम दो सप्ताह पहले और बाद में अजवाइन बिल्कुल भी नहीं खानी चाहिए। इसकी वजह से सर्जरी के दौरान या बाद में ब्लीडिंग का खतरा रहता है।
-बॉडी पर अगर अजवाइन का इस्तेमाल करना है तो इसकी गर्म तासीर को ध्यान में रखते हुए अजवाइन का तेल नारियल के तेल में मिलाकर लगाएं।
-पुरुषों को इंफर्टिलिटी की दिक्कत है तो उन्हें अजवाइन से परहेज करना चाहिए। हालांकि इस बारे में रिसर्च पूरी नहीं हुई है।
-ज्यादा मात्रा में अजवाइन लेते हैं तो इससे स्किन के सेंसेटिव होने और स्किन कैंसर का खतरा हो जाता है।