पार्टनर से झगड़ा होने पर भी ना कहें ये चार बातें, टूट सकता है पार्टनर का दिल

Update: 2024-03-24 08:01 GMT
लाइफस्टाइल : रिलेशनशिप में नोक-झोंक होना आम बात है और इसका होते रहना भी जरूरी है। हां, बस इससे बातचीत न बंद हो जाए, एक-दूसरे की शकल देखना पसंद न आए, वैसी नौबत नहीं आनी चाहिए। झगड़े के बाद जाने-अंजाने में की जाने वाली कुछ चीज़ों की वजह से ऐसी प्रॉब्लम देखने को मिलती है। आज हम कुछ ऐसी चीज़ों के बारे में जानेंगे, जिन्हें आपको झगड़े के बाद करने से बचना है, तभी मामला शांत होगा वरना।
झगड़े की शुरुआत पर ज़्यादा फ़ोकस न करें
अगर आप बहसबाजी को खत्म करना चाहते हैं, तो झगड़े की शुरुआत कहां से हुई, इसपर तो बिल्कुल भी बात न करें स्पेशली तब जब आपकी ज्यादा गलती हो या जिससे चिंगारी फिर से भड़क सकती है। झगड़ा कहां से शुरू हुआ इस पर डिस्कशन करके अगर आप सुलह की सोच रहे हैं, तो गलती कर रहे हैं। कई बार इससे पार्टनर का गुस्सा और ज़्यादा बढ़ जाता है।
सुलह का दिखावा न करें
झगड़े को रफा-दफा कर सुलह करने की सोच रहे हैं, तो दिल से करें न कि दिखावा करें। क्योंकि कई बार दिखावे वाले इमोशन्स बाहर आ ही जाते हैं और फिर इसपर लड़ाई हो सकती है। गलती आपकी है, तो सहजता से स्वीकार करें, सॉरी बोल दें और अगर सामने वाले की है, तो भी चीज़ों और स्थिति को समझते हुए बात को खत्म करने की सोचें, लेकिन ज्यादातर कपल्स सुलह का दिखावा ही करते हैं। रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ये आपके रिश्ते के लिए सही नहीं होता, अगर आपको पार्टनर से किसी तरह की दिक्कत है, तो उस पर बातचीत करके हल निकालें।
जल्दबाज़ी तो बिल्कुल न करें
झगड़े को सुझलाने के लिए जल्दबाज़ी भी ठीक नहीं। अगर किसी गंभीर मुद्दे पर बहसबाजी हुई है, तो पार्टनर के दिमाग को ठंडा होने का मौका दें। बातचीत कर सॉल्यूशन निकालना सही तरीका है, लेकिन इसके लिए सही मौके का इंतजार करें। गुस्से में सही बात भी गलत ही लगती है और सही डिसीजन लेना मुश्किल होता है। झगड़े के बाद ताने मारने, भिगभिगाने की आदत छोड़कर एक-दूसरे को कुछ देर के लिए अकेला छोड़ दें।
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