ढ़ती उम्र के साथ याददाश्त का कमजोर होना स्वाभाविक है, मगर कई बार चीजे याद न रख पाना हमारे लिए काफी बड़ी समस्या खड़ी कर सकता है. हालांकि आज के दौर में न सिर्फ उम्रदराज, बल्कि कम उम्र लोग भी चीजों को याद रखने में परेशानियों का सामना कर रहे हैं, इस कारण न ही वे अपनी एग्जाम की तैयारी बेहतक ढंग से कर पा रहे हैं और न ही समय पर कोई और काम कर पा रहे हैं, ऐसे में ये साफ इशारा है कमजोर याददाश्त का. डॉक्टरों के मुताबिक ऐसा अक्सर पोषण की कमी या फिर किसी चोट या बीमारी की वजह से होता है, ऐसे में मस्तिष्क के बेहतर विकास के लिए संपूर्ण और पौष्टिक आहार काफी जरूरी है, जिससे आप न सिर्फ अपने बच्चों के दिमाग की सेहत को दुरुस्त कर पाएंगे, बल्कि खुद भी बढ़ती उम्र के साथ दिमाग में होने वाले इन बदलाव पर नियंत्रण कर पाएंगे. तो आइये जानते हैं खान-पान की कुछ ऐसी चीजों के बारे जो आपकी स्मरण शक्ति को काफी ज्यादा मजबूत बना सकती है.
चॉकलेट
चौंकिए मत! ये बिल्कुल सही है. डार्क चॉकलेट आपकी स्मरण शक्ति पर काफी ज्यादा सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. दरअसल डार्क चॉकलेट में फ्लेवोनॉयड्स होते हैं जो मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को न सिर्फ बढ़ाते हैं, बल्कि ज्ञान-संबंधी क्षमता में भी काफी ज्यादा सुधार करते हैं. जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, नियमित रूप से डार्क चॉकलेट का सेवन करने से याददाश्त और मूड में भी सुधार हो सकता है.
नट्स
अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, विटामिन ई से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे नट्स और बीजों का सेवन, मस्तिष्क के ज्ञान-संबंधी क्षमता में सुधार कर सकता है, लिहाज़ा विटामिन ई के उच्च स्रोत नट्स खाने से याददाश्त में काफी हद तक सुधार किया जा सकता है. वहीं नट्स में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट दिमाग को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करता है.
अंडे
कोलाइन एक पौष्टिक तत्व है, जो दिमाग की मैमोरी में अप्रत्याशित सुधार करने में सक्षम है. अंडे इस कोलाइन का एक अच्छा स्रोत हैं. ये पोषक तत्व मस्तिष्क के कार्य और विकास के लिए आवश्यक होता है. बता दें कि अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, नियमित रूप से कोलीन का सेवन दिमाग की मैमोरी को काफी मजबूत बना सकता है.
मछली
ओमेगा -3 फैटी एसिड याददाश्त में सुधार करने में मदद करता है. दरअसल ओमेगा -3 फैटी एसिड मस्तिष्क की कोशिका झिल्ली बनाने में मदद करते हैं और इन कोशिकाओं के बीच संचार में सुधार करते हैं. ओमेगा -3 फैटी एसिड के लिए मछली एक बेहतरीन स्रोत है. मेडिकल के मुताबिक नियमित रूप से ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन अल्जाइमर जैसे रोग के जोखिम को भी कम कर सकता है.
हल्दी
लगभग हर भारतीय व्यंजनों में इस्तेमाल होने वाला ये मसाला भी आपकी मस्तिष्क को मजबूत बना सकता है. दरअसल हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों वाला एक यौगिक है. जर्नल ऑफ साइकोफार्माकोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार नियमित रूप से हल्दी का सेवन करने से याददाश्त और ध्यान में सुधार हो सकता है.
ब्लूबेरी
ब्लूबेरी को 'ब्रेन बेरी' भी कहते हैं, जिससे कि साफ है कि ब्लूबेरी किस हद तक दिमाग के लिए लाभकारी है. दरअसल ब्लूबेरी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट मस्तिष्क को तनाव से बचाता है. वहीं इनमें मौजूद फ्लेवोनॉयड्स कमजोर होती याददाश्त में सुधार करता है. जर्नल ऑफ एग्रीकल्चरल एंड फूड केमिस्ट्री में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, नियमित रूप से ब्लूबेरी का सेवन करने से याददाश्त और दिमाग के सीखने की क्षमता में सुधार कर होता है.
ऐसे में खाने की इन तमाम चीजों का नियमित रूप से सेवन आपकी मैमोरी की पावर में अप्रत्याशित तौर पर सुधार लाता है और आपकी मानसिक क्षमता को हेल्दी बनाता है. हालांकि बावजूद इसके अगर आप दिमाग से जड़ी किसी गंभीर परेशानी से जूझ रहे हैं, तो इसपर डॉक्टर की सलाह जरूर लें.