रुक-रुक कर आते हैं पीरियड्स ? दादी मां के ये 'दिल से इंडियन' नुस्खे आएंगे काम

इंडियन' नुस्खे आएंगे काम

Update: 2023-09-15 11:11 GMT
पीरियड्स एक नेचुरल प्रोसेस है जिससे हर महिला को गुजरना ही पड़ता है। वहीं पीरियड्स में गड़बड़ी भी एक ऐसी समस्या है जिससे हर महिलाओं को दो चार होना पड़ता है। जैसे कुछ महिलाओं को पीरियड्स देर से आते है, वहीं कुछ को रुक-रुक कर पीरियड आते है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो ये बहुत ही चिंता की बात है। क्योंकि ये समस्या महिला के संपूर्ण शरीर को प्रभावित करता है।अगर मासिक धर्म सही से नहीं चलता है तो इससे महिला के प्रजनन क्रिया पर असर पड़ता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं।जैसे खराब लाइफस्टाइल, तनाव, हार्मोनल चेंजेस वगैरा वगैर। इस समस्या से उबरने के लिए कई नुस्खे हैं।
आज दिल से इंडियन में ऐसे ही नुस्खे के बारे में हम आपको बता रहे हैं जिसे वेलनेस कंसल्टेंट शीनम.के. मल्होत्रा भी सही मानती हैं। अगर आपको भी रुक-रुक पीरियड्स आते हैं तो आप इस नुस्खे की मदद से इस समस्या में आराम पा सकती है। आइए जानते हैं क्या है वो नुस्खे।
पीरियड्स को नियमित करने के लिए घरेलू नुस्खा
जिंजर टी
पीरियड्स को नियमित करने के लिए आप जिंजर टी का सेवन कर सकती हैं। एक्सपर्ट भी मासिक धर्म चक्र को नियमित करने के लिए अदरक की चाय पीने की सिफारिश करती हैं। ये शरीर में गर्मी पैदा करता है जो मासिक धर्म को प्रेरित करता है और तो और मासिक धर्म की ऐंठन को दूर करने में मदद करता है। अदरक में पाए जाने वाले जिंजरोल कंपाउंड को एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है जो मासिक धर्म में होने वाले दर्द को कम करने के लिए भी जाना जाता है।
कच्चा पपीता
आप कच्चे पपीते को अपनी डेली डाइट में शामिल कर सकती हैं। ऐसा माना जाता है कि कच्चा पपीता मासिक धर्म चक्र को रेगुलेट करने और पीरियड्स को नियमित करने में मदद करता है। इसमें पपेन नामक एंजाइम होता है जो मासिक धर्म को रेगुलेट करता है। वहीं इसमें कैरोटीनॉयड भी पाया जाता है। यह अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। जो महिलाओं में हार्मोन( स्ट्रेस हार्मोन को कम करने के लिए ये उपाय करें) को रेगुलेट करने में मदद कर सकते हैं । पपीते में मौजूद कैरोटीन एस्ट्रोजन हार्मोन को उत्तेजित करता है जिससे पीरियड्स होते हैं।
विटामिन डी
आपको अपनी डाइट में विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। जैसे मशरूम, अंडे का पीला भाग,संतरा। वहीं विटामिन डी का सबसे नेचुरल सोर्स धूप है। ऐसे में आप हर रोज 10 से 15 मिनट धूप में बैठने की कोशिश करें। विटामिन डी महिलाओं में मासिक धर्म चक्र को रेगुलेट करने में मदद करने के लिए जाना जाता है। पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी लेने से आप हार्मोनल इंबैलेंस और उतार-चढ़ाव के प्रभाव को कम कर सकती है।
इन उपायों को करने के साथ-साथ आपको सही लाइफस्टाइल और संतुलित आहार का सेवन करना भी जरूरी है। तनाव को मैनेज करने के लिए आप मेडिटेशन और एक्सरसाइज को रूटीन में शामिल करें।
अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है,तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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