अस्वस्थ जीवनशैली की वजह से उत्पन्न हुई बीमारी में से सबसे बड़ी बीमारी है डायबिटीज। डायबिटीज होने पर शरीर के ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन करना काफी जरूरी होता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को कई तरह की हेल्दी चीजें खाने की सलाह दी जाती है, उनमें से एक है व्हीटग्रास जूस। व्हीटग्रास जूस गेहूं की ताजी और हरी पत्तियों से तैयार किया जाता है, इसको पीने से सेहत को कई तरह के फायदे होते है। इसका सेवन न सिर्फ डायबिटीज मरीज के शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है साथ ही शरीर को और भी फायदे पहुंचाता हैं।
व्हीटग्रास जूस पीने के फायदे
व्हीटग्रास में प्रोटीन, फ्लेवोनोइड्स, क्लोरोफिल, विटामिन-सी और विटामिन-ई, मिनरल्स, फाइबर और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। अगर हर दिन इसे पिया जाए तो शरीर में सभी न्यूट्रिएंट्स की कमी पूरी हो जाती है। आइए जानते हैं व्हीटग्रास जूस पीने के फायदे...
डायबिटीज के मरीजों को राहत
व्हीटग्रास जूस पीने से बल्ड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है, यही वजह है कि डायबिटीज के मरीजों को नियमित रूप से इसके सेवन की सलाह दी जाती हैं क्योंकि अगर शुगर नियंत्रित नहीं रहेगा तो शरीर के बाकी अंगों पर काफी बुरा असर पड़ेगा।
वजन घटाने में कारगर
मोटापा कम करने के लिए व्हीटग्रास जूस का उपयोग किया जा सकता है। व्हीटग्रास जूस में कैलोरी काफी कम होती है और फाइबर काफी ज्यादा पाया जाता है। इस जूस को पीने से देर तक भूख नहीं लगती क्योंकि पेट भरा हुआ महसूस होता है और आप ज्यादा भोजन नहीं करते, फिर धीरे-धीरे वजन घटने लगता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल को करता है कम
व्हीटग्रास जूस पीने से बैड कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) का लेवल कम हो जाता है जिससे दिल की बीमारियों का खतरा भी नहीं बढ़ता।व्हीटग्रास में हाइपोलिपिडेमिक प्रभाव होता है, जो कोलेस्ट्रॉल कम कर सकता है। याद रखें कि अगर ब्लड वेसेल्स में फैट जमा हो जाए तो ये हाई ब्लड प्रेशर की वजह बन जाता है जिसके बाद दिल का दौरा पड़ सकता है। व्हीटग्रास जूस देने के बाद मल के द्वारा अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने में मदद मिलती है। एक अध्ययन के अनुसार, इसमें मौजूद कोलिन कंपाउंड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है।
एलर्जी में राहत
व्हीटग्रास जूस से एलर्जिक राइनाइटिस (नाक में होने वाली एलर्जी) के असर को कम किया जा सकता है। इसमें व्हीटग्रास में मौजूद क्लोरोफिल को फायदेमंद माना जाता है। साथ ही व्हीटग्रास जूस एमएसएम सल्फर एलर्जी से राहत दिला सकता है।
एनीमिया के लिए
व्हीटग्रास जूस एनीमिया से बचाव में फायदेमंद साबित हो सकता है। व्हीटग्रास में मौजूद मिनरल्स, विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट, अमीनो एसिड समेत कई एंजाइम फायदेमंद साबित हो सकते हैं। इसमें क्लोरोफिल भी होता है, जो हीमोग्लोबिन से मिलता-जुलता है, क्योंकि दोनों ही क्रोमो प्रोटीन हैं। इसी वजह से व्हीटग्रास को ग्रीन ब्लड भी कहा जाता है। एक रिसर्च में पाया गया कि 21 दिनों तक ताजा व्हीटग्रास जूस पीने से हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ सकती है।
ब्लड प्रेशर
व्हीटग्रास में मौजूद क्लोरोफिल उच्च रक्तचाप को कम करता है। इसे ब्लड प्रेशर रेगुलेट करने का सुरक्षित और प्रभावी तरीका बताया गया है। इसका सेवन सामान्य रक्तचाप वाले भी पी सकते हैं।
बॉडी होगी डिटॉक्स
व्हीटग्रास जूस में क्लोरोफिल की मात्रा पाई जाती है जिससे शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। बॉडी डिटॉक्स होने के कारण लिवर सही से काम करता है और डाइजेशन भी बेहतर होता है। इसके अलावा शरीर को ज्यादा ऊर्जा मिलने लगती है।