आजकल लोग हेडफोन का इस्तेमाल खूब कर रहे हैं और कई लोगों के कानों में तो हर वक्त हेडफोन ही लगे रहते हैं। हेडफोन का अधिक प्रयोग करना सेहत के लिए हानिकार होता है। हालांकि ये बात जाने के बाद भी लोग हेडफोन का अधिक इस्तेमाल करने में लगे रहते हैं। हेडफोन के अधिक प्रयोग के कारण कई सारे लोगों की तबीयत खराब हो रही है और मुंबई के जे जे अस्पताल में रोजाना कान के संक्रमण के 10 मामले आ रहे हैं।
डॉक्टरों के अनुसार उनके पास कानों में दर्द और संक्रमण के मामले ज्यादा आने लग गए हैं। इन मामलों में ये वृद्धि लॉकडाउन के बाद से देखी गई है। लॉकाडाउन लगने से लोगों के बीच हेडफोन का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। जिसके कारण उन्हें कानों में दर्द और संक्रमण की शिकायतें हो रही हैं।
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार पिछले आठ महीनों से हेडफोन और ईयरपॉड का इस्तेमाल खूब किया जा रहा है और लोग कई-कई घंटों तक इनको कानों में लगाए रखते हैं। मुंबई के जे जे अस्पताल के ईएनटी विभाग के प्रमुख डॉक्टर श्रीनिवास चव्हाण के अनुसार लंबे समय तक हेडफोन इस्तेमाल करने के कारण लोगों को कानों से जुड़ी शिकायतें हो रही हैं।
अस्पताल के कान, नाक और गला विभाग (ईएनटी) में रोजाना पांच से 10 लोग आ रहे हैं। ज्यादातर लोग काम करने के लिए आठ घंटे से ज्यादा समय तक हेडफोन का इस्तेमाल करते हैं। जिससे की कानों पर काफी जोर पड़ता है और संक्रमण का प्रसार हो रहा है।
कई घंटों तक ऊंची आवाज सुनने के कारण भी कानों पर बुरा असर पड़ रहा है। ऊंची आवाज सुनने से कान की क्षमता कमजोर पड़ जाती है। डॉक्टर श्रीनिवास चव्हाण के अनुसार ईयर वैक्स की वजह से कीटाणु प्राकृतिक तौर पर मरते हैं। इससे संक्रमण रूकता है। लेकिन कान साफ करने के लिए रूई के इस्तेमाल से ये रक्षात्मक वैक्स हट जाता है और कान में कीटाणुओं के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
कान के संक्रमण से बचने के लिए डॉक्टर श्रीनिवास चव्हाण ने सलाह देते हुए कहा कि हेडफोन के अधिक इस्तेमाल से बचें। स्कूली बच्चों को हेडफोन का इस्तेमाल ही नहीं करना चाहिए।