कई बीमारियों का उपचार करता है इलायची का पानी, खाली पेट पीने से होंगे 5 फायदे
इलायची दो तरह की होती है बड़ी और छोटी इलायची। छोटी सी हरी इलायची जिसका इस्तेमाल पान में, मिठाईयों में और खाना पकाने में किया जाता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इलायची दो तरह की होती है बड़ी और छोटी इलायची। छोटी सी हरी इलायची जिसका इस्तेमाल पान में, मिठाईयों में और खाना पकाने में किया जाता है। इलायची खाने का ना सिर्फ स्वाद दोगुना करती है, बल्कि सेहत को भी फायदा पहुंचाती है। इलायची पोषक तत्वों का ख़ज़ाना है, जिससे कई बीमारियों का उपचार किया जाता है।
इलायची का सेवन करने से ना सिर्फ मुंह की बदबू दूर होती है बल्कि सर्दी-खांसी, पाचन से जुड़ी समस्याएं, उल्टी, मूत्र से जुड़ी समस्याओं का भी समाधान होता है। इलायची में मैग्नीशियम और पोटेशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जिससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन हमेशा सामान्य बना रहता है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। इतनी फायदेमंद इलायची का सेवन आप सुबह खाली पेट उसका काढ़ा या पानी उबालकर करेंगे आपको फायदा पहुंचेगा। आइए जानते हैं कि इलायची का पानी या काढ़ा पीने के सेहत को कौन कौन से फायदे हैं और उसको घर में कैसे तैयार करें।
इलायची का पानी इस तरह बनाएं:
इलायची का पानी बनाने के लिए सबसे पहले एक लीटर पानी लें और उसमें 5-6 इलायची छीलकर रात भर पानी में भिगने दें।
रातभर भीगी हुई इलायची के पानी को किसी पैन में रखकर उबाले। जब यह 3/4 हिस्सा बच जाए तो गैस बंद कर दें।
अब इस पानी को छान कर दिन में तीन से चार बार पीएं आपको फायदा मिलेगा।
इलायची का पानी पीने के फायदे
शुगर कंट्रोल करता है इलायची का पानी:
इलायची का पानी ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल रखने में बेहद मददगार है। शुगर के मरीज़ कुछ दिनों तक इसका सेवन करेंगे तो उन्हें फायदा होगा।
पाचन को रखता है दुरुस्त:
कब्ज और गैस की समस्या है तो इलायची के पानी का सेवन करें। इसके रेगुलर सेवन से पाचन संबंधी सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
वज़न कंट्रोल रखता है:
बढ़ते वजन से परेशान हैं तो इलायची के पानी का सेवन करें। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर में जमा एक्स्ट्रा फैट को निकाल कर वजन कंट्रोल करने में मदद करते है।
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता हैं:
आपको बता दें जिन लोगों को हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या रहती है उन्हें इलायची के पानी का सेवन जरूर करना चाहिए। यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करके दिल की बीमारियों को दूर रखने में मदद करता है।