मौसम में होने वाले मामूली बदलावों का सबसे पहला और सबसे गंभीर असर कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों पर पड़ता है। जिसकी शुरुआत सर्दी और गले में खराश से होती है। जिसके लिए कई बार लोग दवाइयों का सेवन करने से भी बचते हैं, लेकिन कई बार यह खतरनाक भी हो सकता है। गले में खराश के साथ सिरदर्द और बदन दर्द भी हो सकता है, इसलिए अगर आप अक्सर इन मौसमी समस्याओं से परेशान रहते हैं और बिना दवा के इनका इलाज करना चाहते हैं, तो इसके लिए भाप लेना बहुत कारगर हो सकता है। जो कोई नई पद्धति नहीं बल्कि बहुत पुरानी और कारगर इलाज है। जिसकी मदद से बंद नाक आसानी से खुल जाती है और गले की खराश से भी राहत मिलती है।
1. गले की खराश दूर हो जाती है
भाप लेने से गले की खराश से काफी हद तक राहत मिलती है। भाप लेने से गले की मांसपेशियों को आराम मिलता है और सूजन भी दूर होती है। भाप लेने से रक्त वाहिकाओं का संकुचन दूर हो जाता है, जिससे रक्त संचार बढ़ता है और आपको राहत मिलती है।
2. बंद नाक और सांस की नली खुल जाती है
गर्म पानी की भाप लेने से बंद नाक खुल जाती है। साथ ही गले और फेफड़ों में जमा बलगम ढीला होने लगता है और आसानी से बाहर निकल जाता है। जिससे सांस लेने में होने वाली परेशानी दूर हो जाती है।
3. यह अच्छी नींद में भी कारगर है
सर्दी और गले की खराश के अलावा भाप लेने से नींद में आने वाली बाधाएं भी दूर हो जाती हैं। जब श्वसन तंत्र साफ होता है और बंद नाक की समस्या भी दूर हो जाती है तो आप चैन की नींद ले पाते हैं। स्टीम थेरेपी शरीर के साथ-साथ दिमाग को भी आराम देने का काम करती है।