'स्पेस' में होगी फिल्म की शूटिंग, रूस मानव इतिहास में पहली बार करेगा ऐसा, ISS के लिए एक्ट्रेस सहित पूरी टीम होगी रवाना

ISS के लिए एक्ट्रेस सहित पूरी टीम होगी रवाना

Update: 2021-10-05 07:49 GMT

Russia to Shoot Movie in Space: मानव इतिहास में पहली बार रूस एक ऐसा मुकाम हासिल करने जा रहा है, जिसके बारे में शायद ही किसी ने कल्पना की हो. अमेरिका जैसे देश को अंतरिक्ष क्षेत्र में पीछे छोड़नी की कोशिश के तहत रूस यहां एक फिल्म बना रहा है. फिल्म की शूटिंग अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में होगी, जिसके लिए मंगलवार को अभिनेत्री सहित पूरे चालक दल को रवाना किया जाएगा (Shootin on Space). अगर ये मिशन सफलतापूर्वक पूरा होता है, तो रूसी चालक दल हॉलीवुड के उस प्रेजेक्ट से आगे निकल जाएंगे, जिसकी घोषणा इस साल के शुरू में की गई थी.

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने अभिनेता टॉम क्रूज के साथ एक प्रोजेक्ट पर काम करने का ऐलान किया था. जिसकी शूटिंग अंतरिक्ष में की जानी थी. लेकिन फिर बाद में इसपर कोई जानकारी सामने नहीं आई. वहीं रूस 37 साल की अभिनेत्री यूलिया परेसिल्ड (Yulia Peresild) और 38 साल के डायरेक्टर क्लिम शिपेंको (Klim Shipenko) को पूर्व सोवियत कजाकिस्तान के बैकोनूर कोस्मोड्रोम से रवाना कर सकता है. ये लोग अनुभवी अंतरिक्ष यात्री एंटोन श्काप्लेरोव (Anton Shkaplerov) के नेतृत्व में अंतरिक्ष की यात्रा करेंगे
क्या है फिल्म का नाम और कहानी?
चालक दल 12 दिन के मिशन के लिए सोयूज एमएस -19 अंतरिक्ष यान से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना होगा. जिस फिल्म की शूटिंग की जाएगी, उसका नाम 'द चैलेंज' है. यहां फिल्म के अलग-अलग सीन फिल्माए जाएंगे. फिल्म में एक महिला डॉक्टर की कहानी दिखाई जाएगी, जो अंतरिक्ष यात्री को बचाने के लिए आईएसएस जाती है. इस कहानी के बारे में रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोसकोसमोस (Roscosmos) ने जानकारी दी थी. फ्लाइट सूट पहने डायरेक्टर शिपेंको ने सोमवार को एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिल्म को 'एक प्रयोग' बताया था.
किस दिन लौटेगा चालक दल?
शिपेंको और पेरसिल्ड के 17 अक्टूबर को अंतरिक्ष यात्री ओलेग नोवित्स्की (Oleg Novitsky) के साथ एक कैप्सूल में पृथ्वी पर लौटने की उम्मीद है, जो पिछले छह महीनों से आईएसएस पर ही हैं. यह लॉन्च ऐसे समय में हो रहा है, जब रूस की अंतरिक्ष इंडस्ट्री चुनौतीपूर्ण समय का सामना कर रही है. सरकार देश में सबसे ज्यादा प्राथमिकता सैन्य खर्च को दे रही है. सोवियत काल की तुलना में अब रूस इनोवेशन के मामले में काफी ज्यादा पिछड़ गया है.
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