जून माह में शनि-सूर्य सहित इन ग्रहों का गोचर, इन राशियों को होगा धन लाभ

जून 2022 का माह कई राशियों के लिए लाभकारी और कई जातकों के लिए कष्टकारी साबित हो सकता है। क्योंकि इस माह एक नहीं बल्कि पांच ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं। इन ग्रहों के गोचर का असर वृषभ, मिथुन, तुला, मकर और कुंभ राशियों के लिए शुभ साबित होगा।

Update: 2022-05-30 05:07 GMT

जून 2022 का माह कई राशियों के लिए लाभकारी और कई जातकों के लिए कष्टकारी साबित हो सकता है। क्योंकि इस माह एक नहीं बल्कि पांच ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं। इन ग्रहों के गोचर का असर वृषभ, मिथुन, तुला, मकर और कुंभ राशियों के लिए शुभ साबित होगा। वहीं मेष, सिंह और वृश्चिक राशि के जातकों के लिए थोड़ा कष्टकारी साबित हो सकता है। इसके साथ ही कर्क, धनु, कन्या और मीन राशियों के जातकों के लिए ग्रहों का गोचर मिला जुला रहने वाला है। जानिए जून माह में कौन-कौन से ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं और किन राशियों पर पड़ेगा अधिक प्रभाव।

बुध का राशि परिवर्तन

बुद्धि के देवता माने जाना वाला ग्रह बुध 3 जून को दोपहर 1 बजकर 7 मिनट पर मार्गी होंगे और फिर 2 जुलाई सुबह 9 बजकर 40 मिनट में मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। वृषभ राशि में मार्गी होने के कारण कुछ राशियों के जीवन में विशेष फल पड़ेगा। वहीं वृषभ राशि के जातकों को धन लाभ के साथ बिजनेस में लाभ मिलेगा।

सूर्य का राशि परिवर्तन

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 15 जून 2022 को सुबह 11 बजकर 58 मिनट में सूर्यदेव वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। इस सूर्य संक्रांति का असर हर राशि के जीवन पर पड़ेगा। मिथुन राशि में सूर्य 16 जुलाई तक रहेंगे। इसके बाद कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। सूर्य के राशि परिवर्तन से मिथुन राशि के जातकों को विशेष लाभ मिलेगा। आर्थिक स्थिति ठीक होने के साथ-साथ समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा।

शुक्र का राशि परिवर्तन

ज्योतिषों के अनुसार, इन दिनों शुक ग्रह मेष राशि में विराजमान है। वह 18 जून शनिवार को सुबह 8 बजकर 6 मिनट में वृषभ राशि में प्रवेश करेगा। इसके बाद फिर शुक्र राशि में प्रवेश कर जाएंगे। बता दें कि वृषभ राशि में बुध ग्रह भी मार्गी होंगे। ऐसे में शुक्र और बुध की युति कई लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है। वहीं कई लोगों के लिए सोने पे सुहागा के समान होगा।

मंगल का राशि परिवर्तन

मंगल ग्रह इन दिनों मीन राशि में है। वह 27 जून को सुबह 5 बजकर 32 मिनट में इस राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि में पहले से ही राहु विराजमान है। ऐसे में मंगल और राहु की युति कई राशियों के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।

शनि का राशि परिवर्तन

5 जून से अगले 141 दिन तक शनि वक्री रहेंगे। इसके बाद 23 अक्टूबर से शनि मार्गी होंगे। ज्योतिषों के अनुसार, 5 जून को सुबह 4 बजकर 14 मिनट से कुंभ राशि में ही शनि उल्टी चाल चलेंगे। शनि का इस तरह से व्रकी होना कई राशियों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।


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