जानिए कामिका एकादशी व्रत में किन गलतियों को नहीं करना चाहिए और किन बातों का रखें ध्यान

सावन मा​ह (Sawan Month) की कामिका एकादशी (Kamika Ekadashi) व्रत 24 जुलाई दिन रविवार को है

Update: 2022-07-22 04:57 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।   सावन मा​ह (Sawan Month) की कामिका एकादशी (Kamika Ekadashi) व्रत 24 जुलाई दिन रविवार को है. एकादशी तिथि 23 जुलाई शनिवार को दिन में 11:27 बजे से लग जाएगी और यह 24 जुलाई को दोपहर 01:45 बजे तक रहेगी. इस दिन वृद्धि योग और ध्रुव योग के साथ द्विपुष्कर योग भी बना हुआ है. वृद्धि योग में किए गए कार्यों में वृद्धि होती है, जो भी आप पुण्य फल अर्जित करेंगे, उसमें वृद्धि होगी. कामिका एकादशी व्रत का पारण 25 जुलाई को सुबह 05:38 बजे से लेकर सुबह 08:22 बजे के बीच कभी भी किया जा सकता है. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट के अनुसार, कामिका एकादशी व्रत रखने से ब्रह्म हत्या के दोष से मुक्ति मिलती है, तीर्थों में स्नान के बराबर पुण्य लाभ मिलता है और कामिका एकादशी व्रत कथा सुनने से पाप नष्ट होते हैं तथा मृत्यु बाद विष्णु लोक में स्थान मिलता है.

हालांकि इस व्रत को करने में कई बातों का ध्यान रखना होता है. यदि आप नियमपूर्वक इस व्रत को नहीं करते हैं, तो व्रत का फल प्राप्त नहीं होगा. आइए जानते हैं कि कामिका एकादशी व्रत में किन गलतियों को नहीं करना चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
1. कामिका एकादशी व्रत रखने के एक दिन पूर्व से मांसाहार का सेवन नहीं करना चा​हिए. यदि व्रत रखना है तो एक दिन पहले से ही मांस, मदिरा, लहसुन, प्याज आदि को छोड़ देना चाहिए.
2. कामिका एकादशी व्रत के दिन विष्णु पूजा के समय व्रत कथा का पाठ जरूर करना चाहिए. व्रत कथा पढ़ने या सुनने से पाप नष्ट होते हैं और व्रत का महत्व भी पता चलता है.
3. इस व्रत में भगवान विष्णु की पूजा के समय दो वस्तुएं कभी न भूलें. एक पंचामृत और दूसरा तुलसी के पत्ते. विष्णु पूजा में ये दोनों ही वस्तुएं आवश्यक हैं. तुलसी के पत्ते से श्रीहरि अत्यंत प्रसन्न होते हैं.
4. कामिका एकादशी व्रत की शाम को भगवान विष्णु के समक्ष दीपक जलाना न भूलें. दीपक जलाने से पितरों को स्वर्ग लोक में अमृतपान का अवसर प्राप्त होता है और स्वयं को मृत्यु के बाद सूर्य लोक में स्थान प्राप्त होता है.
5. एकादशी व्रत के दिन साबुन, तेल, शैंपू आदि का उपयोग नहीं करना चाहिए. महिलाओं को इस दिन बाल धोने से बचना चाहिए. वैसे ही घर के पुरुषों को दाढ़ी, बाल, नाखून आदि नहीं काटना चाहिए.
6. व्रत के दिन चावल, बैंगन, मसूर की दाल आदि का सेवन नहीं करना चाहिए. घर में झाड़ू लगाने से बचना चाहिए.
7. इन बातों के अलावा उन सभी व्रत नियमों का पालन करना चाहिए, जो अन्य एकादशी व्रतों में करते हैं.
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