पापमोचनी एकादशी पर करें ये खास उपाय जिससे होगी सुख-समृद्धि और खुशहाली की प्राप्ति
चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को पापमोचनी एकादशी व्रत पड़ता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सोमवार के दिन पापमोचनीपापमोचनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा। शास्त्रों के अनुसार, चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को यह व्रत पड़ता है। माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती हैं। इसके साथ ही भगवान विष्णु की हमेशा कृपा बनी रहती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, एकादशी के दिन कुछ खास उपाय करने से जातक को सुख-समृद्धि और खुशहाली की प्राप्ति होती है। इसलिए पापमोचनी एकादशी पर करें ये खास उपाय।
पापमोचनी एकादशी शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ – 27 मार्च 27 को शाम 06 बजकर 04 मिनट से शुरू
एकादशी तिथि समाप्त- 28 मार्च को शाम 04 बजकर 15 मिनट तक
व्रत पारण का समय- 29 मार्च सुबह 06 बजकर 15 से सुबह 08 बजकर 43 तक
पापमोचनी एकादशी पर करें ये उपाय
मनचाही नौकरी या फिर प्रमोशन के लिए एकादशी के दिन एक कच्चा नारियल और आठ बादाम लेकर भगवान विष्णु के मंदिर में जाकर चढ़ा दें और अपनी इच्छा जाहिर करें।
सुख-समृद्धि के लिए पापमोचनी एकादशी के दिन श्रद्धा के साथ भगवान विष्णु की पूजा करें और उन्हें पीले फूल चढ़ाएं।
बिजनेस में अपार सफलता पाने के लिए 11 गोमती चक्र और तीन छोटे एकाक्षी नारियल को भगवान विष्णु के मंदिर में चढ़ा दें और विधि-विधान से पूजा करें। इसके बाद पीले रंग के कपड़े में गोमती चक्र बांध लें और इसे ऑफिस के किसी जगह में रख दें।
एकादशी के दिन शाम को भगवत गीता का पाठ करना शुभ होगा। इससे धन-धान्य की बढ़ोतरी होती है और घर में मां लक्ष्मी का हमेशा वास रहता है।
एकादशी के दिन सुबह भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करें और रात के समय भगवान के समक्ष नौ बत्तियों का दीपक जलाएं। इसके अलावा एक अन्य दीपक जलाएं और इसे रातभर जलने दें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और जातक को धन लाभ होता है।
पापमोचनी एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान कर लें। इसके बाद तुलसी की माला से 'ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय.' मंत्र का जाप करें। इससे घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहेगी।