हनुमान चालीसा की इन चौपाइयों का करें जप, संकटों से मिलेगा मुक्ति
चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता है।
चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन मां अंजनी के कोख से हनुमान जी का जन्म हुआ था। भक्त इस दिन को बड़े ही धूम- धाम से मनाते हैं। हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने के लिए लोग कई तरह के उपाय करते हैं। हनुमान जी का आर्शीवाद प्राप्त करने का सबसे आसान उपाय है नियमित रूप से तुलसीदास जी द्वारा रचित हनुमान चालीसा का पाठ। हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी तरह के संकटों से मुक्ति मिल जाती है। हनुमान चालीसा की हर चौपाई महामंत्र है। हनुमान चालीसा की कुछ चौपाइयां ऐसी हैं जिनका लगातार जप करने से व्यक्ति को सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।
भूत पिशाच निकट नहीं आवे।
महाबीर जब नाम सुनावे।।
जिस व्यक्ति को डर लगता है उसे नियमित रूप से इस चौपाई का जप करना चाहिए। आप माला से भी जप कर सकते हैं। इस चौपाई का जप करने से भय दूर हो जाता है।
नासे रोग हरे सब पीरा।
जो सुमिरे हनुमंत बलबीरा।।
बीमारियों से परेशान व्यक्ति को नियमित रूप से इस चौपाई का जप करना चाहिए। इस चौपाई का जप करने से बड़े से बड़ा रोग भी दूर हो जाता है।
अष्ट-सिद्धि नौ निधि के दाता।
अस बर दीन जानकी माता।।
इस चौपाई का नियमित जप करने से हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। हनुमान जी सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं।
विद्यावान गुनी अति चातुर।
रामकाज करीबे को आतुर।।
हनुमान चालीसा की इस चौपाई का जप करने से शिक्षा के क्षेत्र में आ रही परेशानियां दूर होने लगती हैं। इस चौपाई का नियमित जप करने से आर्थिक समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।
भीम रूप धरि असुर संहारे।
रामचंद्रजी के काज संवारे।।
हनुमान चालीसा की इस चौपाई का जप करने से शत्रुओं से मुक्ति मिल जाती है। हनुमान जी की कृपा से सभी तरह के विघ्न दूर हो जाते हैं।