Pausha Putrada Ekadashi पर विष्णु जी को लगाएं ये 3 भोग

Update: 2025-01-05 08:59 GMT
Pausha Putrada Ekadashi  ज्योतिष न्यूज़। पौष पुत्रदा एकादशी का उपवास श्री हरि का आशीर्वाद पाने के लिए एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। यह पौष महीने के शुक्ल पक्ष के 11वें दिन पड़ता है। इस एकाशी का अर्थ - 'पुत्रों का दाता'। यह एकादशी मुख्य रूप से पुत्र की इच्छा रखने वाले जोड़ों द्वारा मनाई जाती है। इस दिन भक्त कठिन उपवास का पालन करते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। कहते हैं कि इस तिथि पर व्रत रखने से मनचाहा फल मिलता है। वहीं, अगर इस दिन (Pausha Putrada Ekadashi 2025) भगवान विष्णु को उनका प्रिय भोग चढ़ाया जाए, तो इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है, तो आइए यहां जानते हैं श्री हरि का
प्रिय भोग -
पंजीरी - पौष पुत्रदा एकादशी पर भगवान विष्णु को धनिया की पंजीरी का भोग लगाना बहुत अच्छा माना जाता है। इस भोग को अर्पित करने से घर में धन का अभाव नहीं रहता है। साथ ही देवी लक्ष्मी खुश होती हैं।
पंचामृत - एकादशी पर भगवान विष्णु को पंचामृत का भोग जरूर लगाना चाहिए, ये उनके प्रिय भोग में से एक है। कहते हैं कि इस भोग को अर्पित करने से जीवन में शुभता आती है। साथ ही भय-बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये।
गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।
पौष पुत्रदा एकादशी 2025 शुभ मुहूर्त 
हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 09 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 10 जनवरी को सुबह 10 बजकर 19 मिनट पर होगा। पंचांग को देखते हुए इस बार एकादशी का व्रत 10 जनवरी को रखा जाएगा। इसके साथ ही इसका पारण 11 जनवरी की सुबह 07 बजकर 15 मिनट से 08 बजकर 21 मिनट के बीच होगा।
Tags:    

Similar News

-->