Sakat Chauth 2025: जाने सकट चौथ पर क्या करें और क्या न करें

Update: 2025-01-07 01:46 GMT
Sakat Chauth 2025: दरअसल, संकष्टी चतुर्थी को ही सकट चौथ कहा जाता है. इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से संतान की आयु लंबी और सेहत बेहतर रहती है. इसलिए ही महिलाएं इस दिन व्रत व्रत करती हैं. उत्तर भारत में ये व्रत बहुत लोकप्रिय है. ऐसे में आइए जानते है कि इस साल सकट चौथ का व्रत किस दिन है. सकट चौथ पर क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए. हिंदू धर्म शास्त्रों में इस दिन के लिए क्या नियम बताए गए हैं|
इस साल कब है सकट चौथ-
इस साल सकट चौथ की तिथि 17 जनवरी को तड़के 4 बजकर 6 मिनट पर शुरू होगी. वहीं इस तिथि का समापन 18 जनवरी की सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर हो जाएगा. ऐसे में 17 जनवरी को सकट चौथ रहेगी. इसी दिन ही सकट चौथ का व्रत भी रखा जाएगा|
सकट चौथ पर करें ये काम-
सकट चौथ के दिन गणेश चालीसा का पाठ और आरती करनी चाहिए. ऐसा करने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
सकट चौथ पर भगवान गणेश के सामने दो सुपारी और इतनी ही इलायची रखकर उनकी पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से काम में बाधाएं नहीं आती हैं.
इस दिन पूजा के समय बप्पा के आगे लाल वस्त्र में श्रीयंत्र और उसके बीच में सुपारी रखनी चाहिए. शाम के वक्त श्रीयंत्र और सुपारी को तिजोरी में रख देना चाहिए. ऐसा करने से धन बढ़ता है|
पूजा के समय भगवान गणेश की प्रतिमा उत्तर दिशा में स्थापित करनी चाहिए. 11 हरी पत्तियांं और दूर्वा भगावन को चढ़ाना चाहिए.
इसके बाद ‘ॐ नमो भगवते गजाननाय’ मंत्र का जप करना चाहिए.
इस दिन भगवान गणपति को तिल के लड्डू, गुड़, केला और मोदक आदि का भोग लगाना चाहिए.
इस दिन पर दाईं ओर सूंड वाले बप्पा की पूजा की पूजा की जानी चाहिए|
सकत चौथ पर व्रत हैं, तो तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए. लहसुन और प्याज के सेवन से भी बचना चाहिए.
चूहे को भगवान गणेश का वाहन माना जाता है. इस दिन चूहे को किसी भी प्रकार की प्रताड़ना नहीं देनी चाहिए. ऐसा करने से भगवान गणेश नाराज होते हैं.
इस दिन मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. झूठ भी नहीं बोलना चाहिए.
इस दिन बह्मचर्य का पालन अवश्य ही करना चाहिए.
इस दिन काले रंग वस्त्र पहनने से बचना चाहिए. इस रंग को अशुभ माना जाता है|
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