तो आइये जानते हैं वास्तु अनुसार कैसी मूर्ती घर में लानी चाहिए।
मूषक वाली मूर्ति लाएं
मूषक गणेश जी की वाहन है। ऐसे में इस बात का ध्यान रखें कि इनकी मूर्ति के साथ मूषक जरूर हो। नहीं तो पूजा करने से दोष लग सकता है। इसके साथ ही ऐसी मूर्ति खरीदें जिसपर गणपति बप्पा के एक हाथों में पाश और अकुंश हो।
नृत्य करती मूर्ति न लाएं घर
गणेश जी की नृत्य करती मूर्ति घर पर लाने या किसी को गिफ्ट करने की गलती ना करें। वास्तु अनुसार, इससे घर में क्लह-क्लेश बढ़ता है। साथ ही जिसे गिफ्ट की हो उससे भी अनबन हो सकती है।
बाईं ओर हो सूंड
गणेश जी की मूर्ति खरीदने समय इस बात का ध्यान रखें कि सूंड बाईं ओर हो। असल में, दाईं ओर सूंड वाले गणपति की पूजा करने में विशेष नियमों का पालन करने की जरूरत होती है।
संतान प्राप्ति के लिए लाएं ऐसी मूर्ति
नवविवाहित जोड़ा या फिर संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपति इस साल गणेश चतुर्थी पर उनकी बाल रूप की मूर्ति घर लाएं। वास्तु अनुसार, इससे माता-पिता का सम्मान करने वाली संतान प्राप्त होती है।
बैठी मुद्रा में गणेश मूर्ति
घर पर गणेश जी की मूर्ति स्थापना करने के लिए ध्यान करें कि प्रतिमा बैठी मुद्रा में हो। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसी मूर्ति की पूजा करने से लाभ मिलता है। साथ ही जीवन की समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही अगर आप अपने कार्यक्षेत्र में बप्पा की मूर्ति स्थापित करने वाले है तो ध्यान रखें कि गणेश जी की प्रतिमा खड़ी हुई हो।
कारोबार व नौकरी संबंधी समस्या दूर करने के लिए
जो लोग नौकरी व कारोबार संबंधी समस्या में है वे गणेश जी की सिंदूरी स्वरूप की फोटो या मूर्ति घर व कार्यक्षेत्र पर लगाएं। मान्यता है कि इससे कारोबार व नौकरी संबंधी समस्याएं दूर होकर तरक्की के रास्ते खुलते हैं।