बीजेपी पार्टी को झटका, सांसद के करीबी नेताओं ने थामा TMC का दामन
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पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद लगातार बीजेपी को झटका लग रहा है. गारुलिया निकाय चुनाव के पहले बैरकपुर के बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह को बड़ा धक्का लगा है. अर्जुन सिंह के भतीजे सौरभ सिंह, बहनोई और पूर्व एमएलए सुनील सिंह और उनके बेटे आदित्य सिंह ने बीजेपी से नामांकन दाखिल करने के बाद पार्टी छोड़ दी. इन तीनों को इस बार बीजेपी ने नॉमिनेट किया था, लेकिन उन लोगों ने अंतिम समय में बीजेपी छोड़कर टीएमसी का दामन थाम लिया. बता दें कि बैरकपुर का इलाका अर्जुन सिंह का गढ़ माना जाता है और अर्जुन सिंह के रिश्तेदारों के टीएमसी में फिर से घर वापसी से टीएमसी मजबूत होगी. हालांकि अभी तक अर्जुन सिंहने इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
सूत्रों के मुताबिक गरुलिया नगर पालिका के वार्ड नंबर 12, वार्ड नंबर 17 और वार्ड नंबर 18 से आदित्य सिंह, सौरव सिंह और सुनील सिंह को क्रमश: बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया था. हालांकि, नामांकन दाखिल करने के बाद तीनों ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली. तीनों ने कहा कि वे अब बीजेपी में काम नहीं कर पाएंगे. बीजेपी में काम करने का माहौल नहीं है. सभी विकास के हित में टीएमसी से जुड़े हैं.
शनिवार को जब चार नगर निगमों बिधाननगर, चंदननगर, सिलीगुड़ी और आसनसोल में मतदान हो रहा है. सुनील सिंह, सौरभ सिंह आदित्य सिंह भाटपाड़ा स्थित अनुमंडल कार्यालय कार्यालय गए. फिर वे तृणमूल कार्यालय गए और मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, पार्थ भौमिक की उपस्थिति में तृणमूल में शामिल हो गए. सूत्रों के मुताबिक सुनील सिंह ने हाल ही में तृणमूल से बातचीत शुरू की थी. उन्हें कई मौकों पर सत्तारूढ़ खेमे में भी देखा गया था. यहां तक कि सत्तारूढ़ दल सुनील सिंह के "नरम रवैये" अपनाया हुआ था. नतीजतन, पार्टी के भीतर उनके शामिल होने की अटकलें शुरू हो गई थी. आखिरकार सुनील सिंह शनिवार को टीएमसी में शामिल हो गए.
भाटपाड़ा-बैरकपुर इलाका, जिसे अर्जुन सिंह का गढ़ कहा जाता है, वहां टीएमसी लंबे समय से दरार पैदा करने की कोशिश कर रही थी. इस बार सत्ताधारी दल को लगता है कि अर्जुन सिंह के करीबी रिश्तेदारों से जुड़कर बैरकपुर से बीजेपी सांसद को थोड़ा सा घेरा जा सकता है. हालांकि अभी तक तृणमूल या भाजपा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने भी कोई जवाब नहीं दिया.