राजस्थान के सियासी संकट का जल्द होगा समाधान, आज कर्नाटक में राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे सीएम गहलोत
प्रदेश में पिछले दिनों घटे सियासी उठापटक के बाद कांग्रेस में गुटबाजी नजर आई है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्रदेश में पिछले दिनों घटे सियासी उठापटक के बाद कांग्रेस में गुटबाजी नजर आई है। जिसके चलते कांग्रेस के 80 से अधिक विधायक अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को सौप चुके है। इससे प्रदेश में सीएम कुर्सी को लेकर पायलट और गहलोत गुट में आमने-सामने हो चुके है। हालांकि अभी सियासी घटना क्रम स्थिर हो चुका है। लेकिन अभी भी सीएम की कुर्सी को लेकर संशय बरकरार है। सीएम कुर्सी को लेकर आलाकमान अभी अपना फैसला कांग्रेस अध्यक्ष के चुनावों के बाद करेंगा। इसी बीच आज सीएम गहलोत राहुल गांधी से मुलाकात करने कर्नाटक के दौरे पर जा रहे है। जो कि अहम माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज कर्नाटक में बेल्लारी के दौरे पर रहेंगे। आज सीएम गहलोत सुबह 9 बजे जयपुर से विशेष विमान के ज़रिए बेल्लारी के लिए रवाना होंगे। बेल्लारी में दोपहर डेढ़ बजे राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के तहत सभा में शामिल होने का कार्यक्रम है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी इस सभा में बुलाया गया है लेकिन हाल ही में राजस्थान में हुए सियासी घटनाक्रम के मद्देनज़र मुख्यमंत्री गहलोत की राहुल गांधी से होने वाली मुलाक़ात बेहद अहम है।
माना जा रहा है कि आज अशोक गहलोत की राहुल गांधी से होने वाली बैठक में राजस्थान के सियासी मामले को लेकर भी चर्चा होगी। सितंबर को राजस्थान में घटे सियासी घटनाक्रम के बाद राहुल गांधी से अशोक गहलोत की यह पहली मुलाक़ात है। इस मुलाक़ात के बाद ही ये तय हो पाएगा कि राजस्थान में कांग्रेस की सियासत आने वाले दिनों में किस दिशा में बढ़ने जा रही है। बता दे कि जयपुर में 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक होनी थी जिसके लिए दिल्ली दरबार से दो दूत भी आए थे। सभी विधायकों को सीएमआर बुलायया गया था। लेकिन गहलोत गुट के विधायक सीएमआर जाने के बजाए शांति धारीवाल के आवास पहुंच गए। देर रात तक विधायकों का इंतजार करने के बाद प्रभारी अजय माकन और पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे अगले दिन दिल्ली लौट गए थे।
जिसके चलते एक लाइन का प्रस्ताव भी अटक गया था। इस प्रकरण के बाद संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल, सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी और आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेन्द्र राठौड़ को कारण बताओ नोटिस दिया गया था। जिसका जवाब तीनों नेताओं ने भेज दिया है। इस सियासी बगावत के बाद राहुल गांधी से सीएम गहलोत की यह पहली मुलाकात होने जा रही है।