Pratapgarh प्रतापगढ़ । जिला कलक्टर डॉ. अंजली राजोरिया ने "बाबुल की बिटिया अभियान" की शुरुआत की है, जो मुख्य रूप से एकल महिलाओं के सशक्तिकरण पर केंद्रित है। जिला कलक्टर ने बताया कि अभियान के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर विशेष सर्वे टीमों का गठन किया जाएगा, जो पेंशन प्राप्त करने वाली और पात्र लेकिन वंचित एकल महिलाओं की पहचान करेंगी।
इसके अलावा टीमो द्वारा अन्य जानकारी भी एकल महिलाओं से ली जायेंगी, सर्वे के पश्चात उन्हें पात्रतानुसार योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किये जायेंगे। शुक्रवार को सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष से जिला कलक्टर ने ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों, साथिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा सहयोगिनियों की बैठक लेकर अभियान को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक डॉ. टी. आर. आमेटा, राजीविका से भेरूलाल मीणा और अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी, आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे।
प्रशासन हर कदम पर एकल महिलाओं के साथ
जिला कलक्टर ने बताया की अभियान के माध्यम से प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि कोई भी पात्र एकल महिला सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे और खुद को अकेला न समझे। इस अभियान के तहत प्रशासन महिलाओं की समस्याओं को सुनने, समझने और उन्हें हल करने के लिए पूरी तरह समर्पित है। जिला कलक्टर ने कहा कि प्रशासन न केवल योजनाओं का लाभ उपलब्ध करवाएगा बल्कि महिलाओं के आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता को बढ़ाने के लिए भी प्रयास करेगा। जिला कलक्टर ने बैठक में सभी सम्बंधित अधिकारियो और कर्मचारियों को पूर्ण जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ कार्य करने के लिए निर्देशित किया है।
घर-घर जाकर सर्वे करेंगी टीमें, योजनाओं के लाभ के बारे में लेंगे जानकारी
सर्वे के दौरान एकल महिलाओं से विभिन्न जानकारियाँ जुटाई जाएंगी, की पात्रतानुसार:
–सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना का लाभ मिल रहा है या नहीं
-प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन मिला है या नहीं
-प्रधानमंत्री आवास योजना में घर मिला है या नहीं
-मनरेगा जॉब कार्ड और श्रमिक कार्ड बने हैं या नहीं
-एनएफएसए में शामिल है या नहीं
-विद्युत कनेक्शन उपलब्ध है या नहीं
-प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से सहायता मिल रही है या नहीं
-आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में बच्चे पंजीकृत है या नहीं
-स्वयं सहायता समूह में सदस्य है या नहीं
इसके अतिरिक्त यह भी देखा जाएगा कि एकल महिला यूपीआई उपयोग लेती है या नहीं। इस जानकारी के अलावा भी अन्य जानकारी टीम द्वारा ली जायेगी और पात्रतानुसार योजनाओं का लाभ दिया जाना सुनिश्चित किया जाएगा।
सर्वे के आधार पर हर पात्र महिला को मिलेगा लाभ
जिला कलक्टर डॉ. अंजली राजोरिया ने कहा कि सर्वे के आधार पर प्राप्त डाटा का विश्लेषण कर सभी एकल महिलाओं को हरसंभव सहायता और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा। सोमवार से शुक्रवार तक चलने वाले इस सर्वे के परिणामों का विश्लेषण कर प्रशासन हर पात्र एकल महिला को पात्रतानुसार सहायता उपलब्ध कराएगा। अभियान का उद्देश्य एकल महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल करना है। जिला कलक्टर ने कहा की प्रतापगढ़ जिला प्रशासन इस एकल महिलाओं की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है और हर पात्र एकल महिला को उसका अधिकार दिलाने के लिए सतत प्रयासरत रहेगा।
वर्जन: जिला कलक्टर
"बाबुल की बिटिया अभियान" के तहत प्रशासन एकल महिलाओं को हरसंभव सहायता देकर उन्हें आत्मनिर्भर और सम्मानजनक जीवन जीने में सहयोग करेगा। इस अभियान के अंतर्गत आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए पात्रतानुसार योजनाओं का लाभ, फ्री लीगल एड, स्वयं सहायता समूह की सदस्यता, आंगनबाड़ी व विद्यालय में उनके बच्चों का पंजीकरण जैसी सहायता भी उपलब्ध कराई जाएंगी ताकि वे अपने फैसले खुद ले सकें और सशक्त बन सकें। हम विश्वास दिलाना चाहते है कि प्रशासन हर एकल महिला के साथ हर कदम पर खड़ा है।