Jaipur : सिकलसेल बीमारी के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए राज्य विधिक सेवा
Jaipur जयपुर । राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण सिकलसेल बीमारी के प्रति आमजन को जागरूक करने तथा इसकी समय पर स्क्रीनिंग, उपचार सुनिश्चित करने के लिए इस बीमारी से ज्यादा प्रभावित 9 जिलों में विशेष अभियान चलाएगा।
उल्लखनीय है कि एक समाचार पत्र में गत दिनों ''9 आदिवासी जिलों में 10746 लोगों को खून की जानलेवा सिकलसेल बीमारी, सरकारी चेतावनी—आपस में शादी न करें'' के शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई थी।
प्राधिकरण सदस्य सचिव ने बताया कि उक्त खबर के मुताबिक 9 जिलों के 10746 लोग ऐसे हैं जिनकी पहचान गुलाबी और नीले कार्ड से की गई है। यह कार्ड जेनेटिक काउंसलिंग आईडी (जीसीआईडी) कार्ड कहे जाते हैं। इस प्रकार के रोगों से या आनुवांशिक कारणों से ग्रसित व्यक्तियों के आपस में विवाह की रोकथाम हेतु ही उक्त आईडी कार्ड जारी किए जाते हैं।
राज्य प्राधिकरण ने प्रकाशित खबर में उल्लेखित रोगों की गंभीरता वाले 9 जिलों बांसवाड़ा, बारा, चित्तौडगढ, डूंगरपुर, पाली. प्रतापगढ़, राजसमन्द, सिरोही व उदयपुर के जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिवों को पत्र प्रेषित कर निर्देशित किया है कि वे अपने जिले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ सम्पर्क स्थापित कर चेतना शिविर का आयोजन करें। उन्हें चेतना शिविर हेतु संबंधित तालुका में स्थित न्यायालय के पीठासीन अधिकारीगण से सम्पर्क कर तालुका स्तर तक अलग-अलग दिवस पर कैम्प आयोजित करने के निर्देश दिए हैं जिनमें तालुका स्तर के चिकित्साकर्मियों को शामिल होंगे। पैरा लीगल वॉलियन्टर्स (अधिकार मित्र) कार्यकर्ताओं के माध्यम से इसका प्रचार-प्रसार किया जाएगा। जिन रोगग्रस्त व्यक्तियों के उक्त आईडी कार्ड बनाए जाने शेष हैं, उनके कार्ड बनवाए जाएंगे। आईडी कार्ड धारक व्यक्तियों की संख्या व सूचना तालुकावार, जिलावार एकत्रित कर ऐसे व्यक्तियों को पैरा लीगल वॉलियन्टर्स (अधिकार मित्र) के माध्यम से सम्पर्क कर उन्हें इस रोग की प्रासंगिकता, गंभीरता एवं भविष्य में सन्तानोत्पत्ति पर आनुवंशिक रूप से कमजोर व बीमार सन्तान उत्पन्न होने के विषय से अवगत करवाएंगे।