Jaipur जयपुर। सोलहवीं राजस्थान विधानसभा के तृतीय सत्र में शुक्रवार को सदन ने विगत दिनों दिवंगत विशिष्टजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्माओं को शांति और उनके परिजनों को इस बिछोह को सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
प्रारम्भ में विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने शोक प्रस्ताव रखते हुए दिवंगत विशिष्टजनों पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह, महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल श्री एस.एम.कृष्णा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री श्री ओम प्रकाश चौटाला, पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बुद्धदेब भट्टाचार्य, पूर्व सांसद श्री नटवर सिंह, श्री महेन्द्र सिंह मेवाड़, पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. ज्ञानप्रकाश पिलानिया, विधायक श्री जुबेर खान, श्री अमृत लाल मीणा, पूर्व विधायक श्री हरसहाय मीणा, श्री सुन्दरलाल , श्री गुरजन्ट सिंह, श्री बनवारी लाल शर्मा, श्री मोहन मेघवाल, श्रीमती सूर्यकान्ता व्यास, श्री रेवती प्रसाद कोली, श्री श्रीराम मीणा एवं श्री रणमल सिंह द्वारा राजनैतिक, सामाजिक एवं अन्य क्षेत्रों में दी गयी सराहनीय सेवाओं का उल्लेख किया।
विधानसभा अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह के राजनैतिक एवं सामाजिक जीवन का उल्लेख करते हुए बताया कि डॉ. सिंह 6 बार राज्यसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। वे वर्ष 2019 में राजस्थान से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए। डॉ. सिंह राज्यसभा में विभिन्न समितियों के सदस्य, सभापति एवं नेता प्रतिपक्ष भी रहे। प्रख्यात अर्थशास्त्री रहे डॉ. सिंह केन्द्र सरकार में वित्त मंत्री रहे। उनकी नीतियों एवं नवीन दृष्टीकोण से देश में उदारीकरण एवं आर्थिक सुधारों की शुरूआत हुई। डॉ. सिंह मई 2004 से मई 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। उनके कार्यकाल के दौरान देश की आर्थिक, विदेश नीति एवं अन्य क्षेत्रों में समावेशी विकास हुआ। उनके अविस्मरणीय योगदान के लिए उन्हें पद्म विभूषण सहित अनेक पुरूस्कारों से सम्मानित किया गया। उनका 26 दिसम्बर, 2024 को निधन हो गया।
श्री देवनानी ने महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल श्री एस.एम. कृष्णा के राजनैतिक जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि दीर्घ संसदीय अनुभव रखने वाले श्री कृष्णा कर्नाटक विधान सभा के अध्यक्ष, कर्नाटक सरकार में विभिन्न विभागों के मंत्री, उप मुख्य मंत्री रहे। वे वर्ष 2004 से 2008 तक कर्नाटक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। श्री कृष्णा केन्द्र सरकार में राज्य मंत्री एवं केबिनेट मंत्री रहे तथा महाराष्ट्र के राज्यपाल के पद पर भी आसीन रहे। उनका 10 दिसम्बर, 2024 को निधन हो गया।
विधानसभा अध्यक्ष ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री श्री ओम प्रकाश चौटाला के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि श्री चौटाला सात बार हरियाणा विधान सभा के सदस्य बने तथा पाँच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। दीर्घ संसदीय अनुभव रखने वाले श्री चौटाला राज्य सभा के सदस्य भी रहे। श्री ओम प्रकाश चौटाला का 20 दिसम्बर, 2024 को निधन हो गया।
श्री देवनानी ने बताया कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्य मंत्री श्री बुद्धदेब भट्टाचार्य लगभग तीन दशकों तक पश्चिम बंगाल विधान सभा के सदस्य रहे। वे लम्बे समय तक पश्चिम बंगाल सरकार में विभिन्न विभागों के मंत्री रहे। कुशल प्रशासक रहे श्री भट्टाचार्य नवम्बर, 2000 से मई, 2011 तक पश्चिम बंगाल सरकार के मुख्य मंत्री रहे। उनका 8 अगस्त, 2024 को निधन हो गया।
विधानसभा अध्यक्ष ने पूर्व सांसद श्री नटवर सिंह द्वारा राजनीति के क्षेत्र में दी गई सेवाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि श्री सिंह आठवीं तथा बारहवीं लोक सभा में सांसद रहे। वे स्टील, खान एवं कोयला तथा कृषि मंत्रालय के राज्य मंत्री रहे तथा बारहवीं लोक सभा के कार्यकाल के दौरान विदेश मंत्री भी रहे। श्री सिंह को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिये 'पद्म भूषण' सहित अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उनका 11 अगस्त, 2024 को निधन हो गया।
श्री देवनानी ने बताया कि पूर्व सांसद डॉ. ज्ञान प्रकाश पिलानिया दो बार राज्य सभा के सांसद निर्वाचित हुए। डॉ. पिलानिया राज्य लोक सेवा आयोग के सदस्य भी रहे। वे अपने राजनैतिक जीवन के दौरान सामाजिक सरोकारों से जुड़े रहे। उनका 14 अक्टूबर, 2024 को निधन हो गया।
विधानसभा अध्यक्ष ने पूर्व सांसद श्री महेन्द्र सिंह मेवाड़ के राजनैतिक जीवन का उल्लेख करते हुए बताया कि श्री मेवाड़ नौवीं लोक सभा में चित्तौड़गढ़ निर्वाचन क्षेत्र से सांसद रहे। लोक सभा के कार्यकाल के दौरान वे उद्योग मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे। श्री मेवाड़ का 10 नवम्बर, 2024 को निधन हो गया।
श्री देवनानी ने बताया कि विधायक श्री जुबेर खान नौवीं, दसवीं, बारहवीं एवं वर्तमान सोलहवीं राजस्थान विधान सभा में रामगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से विधायक रहे। विधान सभा के कार्यकाल के दौरान वे प्राक्कलन समिति, गृह समिति, स्थानीय निकायों और पंचायतीराज संस्थाओं सम्बन्धी समिति, विशेषाधिकार समिति एवं संसदीय परामर्शदात्री समिति के सदस्य रहे। श्री जुबेर का 14 सितम्बर, 2024 को निधन हो गया।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि विधायक श्री अमृतलाल मीणा चौदहवीं, पन्द्रहवीं तथा वर्तमान सोलहवीं विधान सभा में सलूम्बर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक रहे। विधान सभा के कार्यकाल के दौरान वे विशेषाधिकार समिति, प्राक्कलन समिति, अनुसूचित जन जाति कल्याण समिति तथा प्रश्न एवं संदर्भ समिति के सदस्य रहे। सरल एवं मृदुभाषी श्री मीणा विधान सभा में अपने क्षेत्र की समस्याओं के निराकरण के लिए सदैव प्रयत्नशील रहे। उनका 8 अगस्त, 2024 को निधन हो गया।
श्री देवनानी ने पूर्व मंत्री श्री हरसहाय मीणा के राजनैतिक जीवन का उल्लेख करते हुए बताया कि श्री मीणा सातवीं राजस्थान विधान सभा में किशनगंज निर्वाचन क्षेत्र से विधायक रहे। विधान सभा के कार्यकाल के दौरान वे अनुसूचित जन जाति कल्याण समिति के सदस्य एवं सभापति रहे तथा विभिन्न संसदीय समितियों के सदस्य भी रहे। श्री मीणा का 31 अक्टूबर, 2024 को निधन हो गया।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि पूर्व राज्य मंत्री श्री सुन्दरलाल पाँचवी, सातवीं, आठवीं, दसवीं, बारहवीं, तेरहवीं एवं चौदहवीं राजस्थान विधान सभा के सदस्य रहे। विधान सभा के कार्यकाल के दौरान वे विभिन्न समितियों के सदस्य रहे। श्री सुन्दरलाल जुलाई, 1998 से नवम्बर, 1998 तक राज्य सरकार में राजस्थान स्टेट मोटर गैराज विभाग एवं ऊर्जा विभाग के राज्य मंत्री भी रहे। श्री सुन्दरलाल का 13 सितम्बर, 2024 को निधन हो गया।
श्री देवनानी ने बताया कि पूर्व राज्य मंत्री श्री गुरजन्ट सिंह दसवीं, बारहवीं एवं चौदहवीं राजस्थान विधान सभा में संगरिया निर्वाचन क्षेत्र से सदस्य निर्वाचित हुए। श्री सिंह दिसम्बर, 1993 से जुलाई, 1998 तक ऊर्जा विभाग एवं जल संसाधन विभाग के उप मंत्री तथा जुलाई, 1998 से नवम्बर, 1998 तक जल संसाधन विभाग के राज्य मंत्री रहे। श्री सिंह का 3 नवम्बर, 2024 को निधन हो गया।
विधानसभा अध्यक्ष ने पूर्व राज्य मंत्री श्री बनवारी लाल शर्मा के राजनैतिक जीवन के बारे में बताया कि श्री शर्मा चौथी, पाँचवीं, सातवीं, दसवीं एवं बारहवीं राजस्थान विधान सभा में धौलपुर निर्वाचन क्षेत्र से सदस्य निर्वाचित हुए। श्री शर्मा फरवरी, 1981 से जुलाई, 1981 तक जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे। उनका 23 अक्टूबर, 2024 को निधन हो गया।
श्री देवनानी ने बताया कि पूर्व राज्य मंत्री श्री मोहन मेघवाल नौवीं, दसवीं एवं बारहवीं राजस्थान विधान सभा में सूरसागर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक रहे। विधान सभा के कार्यकाल के दौरान वे अनुसूचित जाति कल्याण समिति के सदस्य एवं सभापति रहे। वे मार्च, 1990 से दिसम्बर, 1992 तक राज्य सरकार में खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग, आवासन विभाग एवं यातायात विभाग सहित अन्य विभागों के राज्य मंत्री भी रहे। उनका 21 अक्टूबर, 2024 को निधन हो गया।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि पूर्व विधायक श्रीमती सूर्यकान्ता व्यास नौवीं, दसवीं, बारहवीं, तेरहवीं, चौदहवीं एवं पन्द्रहवीं राजस्थान विधान सभा में सदस्य रहीं। सरल व्यक्तित्व की धनी श्रीमती व्यास को उनके दीर्घ संसदीय अनुभव तथा विधायक के रूप में उल्लेखनीय योगदान के लिए 2012 के सर्वश्रेष्ठ विधायक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। श्रीमती व्यास का 26 सितम्बर, 2024 को निधन हो गया।
श्री देवनानी ने बताया कि पूर्व विधायक श्री रेवती प्रसाद कोली दसवीं राजस्थान विधान सभा में वैर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक रहे। विधान सभा के कार्यकाल के दौरान वे पुस्तकालय समिति के सदस्य रहे। उनका 9 दिसम्बर, 2024 को निधन हो गया।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि पूर्व विधायक श्री श्रीराम मीणा नौवीं राजस्थान विधान सभा में राजगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए। वे विशेषाधिकार समिति तथा संसदीय परामर्शदात्री समिति के सदस्य भी रहे। अनुसूचित जाति एवं जनजाति के विकास के लिये समर्पित रहे श्री मीणा का 23 नवम्बर, 2024 को निधन हो गया।
श्री देवनानी ने बताया कि पूर्व विधायक श्री रणमल सिंह छठवीं राजस्थान विधान सभा में सीकर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए। विधान सभा के कार्यकाल के दौरान वे सरकारी आश्वासनों सम्बन्धी समिति के सदस्य रहे। श्री सिंह का 11 दिसम्बर, 2024 को निधन हो गया।
सदन में 20 दिसम्बर, 2024 को जयपुर-अजमेर हाइवे पर हुई दुर्घटना तथा 29 जनवरी, 2025 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुम्भ के दौरान हुई भगदड़ में दिवगंत हुए लोगों के प्रति भी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी गई।