विज्ञान समेत सभी विषयों को समझने लायक बनाने की पहल

Update: 2023-06-02 06:49 GMT

मोतिहारी न्यूज़: साइंस में 51 तो इंग्लिश में 58 फीसदी बच्चों का ही बेहतर प्रदर्शन रहा सीबीसीएसई 10वीं के बच्चों की उपलब्धि रिपोर्ट पर बोर्ड ने चिंता जताई है चार साल पहले 2019 में किए गए सर्वे में जो स्थिति थी, वही हाल इस साल जारी रिपोर्ट में है पांच विषयों में सबसे अधिक भारतीय भाषाओं में ही 62 फीसदी बच्चों का बेहतर परफॉर्मेंस रहा है देशभर के सीबीएसई स्कूलों के बच्चों के प्रदर्शन को देखते हुए बोर्ड ने इस सत्र से सवालों के पैटर्न बदले हैं

यही नहीं, मूल्यांकन के तरीके में भी बदलाव किया जा रहा है इसके तहत विज्ञान समेत सभी विषयों को आर्ट इंटीग्रेटेड बनाकर आसानी से समझने लायक बनाने की पहल शुरू हुई है इसके साथ ही इंटरनल असेसमेंट में पोर्टफोलियो समेत मूल्यांकन के चार आधार बनाए गए हैं इस सत्र से सभी स्कूल में बदले पैटर्न पर परीक्षा और मूल्यांकन करना है साल के अंत मे सीबीएसई फिर बच्चों के परफॉर्मेंस का मूल्यांकन कराएगा

20 अंकों के इंटरनल असेसमेंट इस तरह किए जाएंगे सीबीएसई और शिक्षा मंत्रालय के मनोदर्पण एक्सपर्ट डा. प्रमोद कुमार ने बताया कि पांच विषयों में पिछले तीन साल में कोरोना का असर प्रदर्शन पर खराब ही रहा इस नए सत्र में बदलाव इसी वजह से किया गया है 20 अंक के इंटरनल असेसमेंट में पिरियोडिक टेस्ट 5 अंक के, मल्टीवल असेसमेंट 5 अंक के, पोर्टफोलियो 5 अंक के और सब्जेक्ट इनरिच एक्टिविटी 5 अंक के होंगे

हेल्थ एंड फिजिकल एजुकेशन के होंगे 200 पीरियड्स

डॉ. प्रमोद ने बताया कि सीबीएसई ने नए सत्र में हेल्थ एंड फिजिकल एजुकेशन को अनिवार्य किया है इसमें 5वीं से लेकर 12वीं तक की सभी कक्षा के बच्चों के लिए 100 अंक की परीक्षा होगी इसके साथ ही सालभर में 200 पीरियड्स इसके लिए अनिवार्य किए गए हैं सभी विषयों में टॉपिक को आर्ट के साथ जोड़ कर पढ़ाना है और इसके लिए विषयवार गाइड भी सीबीएसई और एनसीईआरटी की ओर से तैयार कर स्कूलों को उपलब्ध कराया गया है

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