Muzaffarpur: बकाये मानदेय की मांग को लेकर आउटसोर्सिंग कर्मी हड़ताल पर रहे

"विश्वविद्यालय के अधिकांश कार्यालयों में कार्य ठप रहा"

Update: 2025-01-15 07:36 GMT

मुजफ्फरपुर: तीन माह के बकाये मानदेय की मांग को लेकर मुंगेर विश्वविद्यालय में एलाइट फैल्कॉन एजेंसी के तहत कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मी विश्वविद्यालय खुलते ही भी हड़ताल पर रहे. इस दौरान जहां आउटसोर्सिंग कर्मियों ने एजेंसी के विरूद्ध नारेबाजी की. वहीं विश्वविद्यालय के अधिकांश कार्यालयों में कार्य ठप रहा.

आउटसोर्सिंग कर्मियों ने बताया कि दीपावली के पूर्व विश्वविद्यालय द्वारा एजेंसी को 7 माह के बकाये मानदेय के रूप में कुल 1 करोड़ 15 लाख रुपये का भुगतान किया गया था. जिसमें से एजेंसी द्वारा पर्व के समय कर्मियों को 4 माह का भुगतान किया गया. अब दो माह बीत चुके हैं, लेकिन एजेंसी द्वारा अबतक बकाये तीन माह का भुगतान नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि इसे लेकर जब एजेंसी से बात की जाती है तो उनके द्वारा कहा जाता है कि अबतक विश्वविद्यालय बकाये 27 माह में 14 माह के मानदेय का भुगतान कर दिया गया है. एजेंसी तीन माह के बकाये मानदेय का भुगतान का आश्वासन दे रही है, लेकिन पूर्व में कई बार एजेंसी आश्वासन देकर उसे पूरा नहीं की है. अब जबतक तीन माह के बकाये मानदेय का भुगतान नहीं किया जाता है, तबतक सभी आउटसोर्सिंग कर्मी हड़ताल पर रहेंगे. इधर हड़ताल के कारण लगातार विश्वविद्यालय का कार्य प्रभावित हो रहा है. जिसे लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन भी पूरी तरह मौन बना है. आउटसोर्सिंग कर्मियों के हड़ताल के कारण विश्वविद्यालय के अधिकांश कार्यालयों में भी वीरानी छाई रही. सूचनाओं के लिए विद्यार्थी परेशान रहे.

बीएनएमयू के वित्तीय परामर्शी बने चतुर: चतुर किस्कू को बीएनएमयू (बीएन मंडल मधेपुरा विश्वविद्यालय) मधेपुरा का वित्तीय परामर्शी (फाइनेंशियल एडवाइजर) बनाया गया है. इसके पहले इस पद पर दिलीप कुमार तैनात थे. इस बाबत राजभवन के प्रधान सचिव आरएल चोंग्थू ने को अधिसूचना तक जारी कर दी. जारी अधिसूचना के तहत चतुर किस्कू बीएनएमयू के वित्तीय परामर्शी के अलावा टीएमबीयू के वित्तीय परामर्श का अतिरिक्त प्रभार संभालना होगा. अध्यादेश में जंल्द से जल्द किस्कू को अपना पदभार संभालने का निर्देश दिया गया है.

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