तनाव से गुजर रहा हैं पार्टनर, इन तरीकों से करें उनकी मदद
इन तरीकों से करें उनकी मदद
तनाव वर्तमान समय की जीवनशैली का हिस्सा बन चुका हैं जो किसी भी तरह से सेहत के लिए अच्छा नहीं हैं। तनाव या स्ट्रेस का असर आपकी रिलेशनशिप पर भी पड़ता हैं और दूरियां आने लगती हैं। लेकिन यह समय होता हैं अपने पार्टनर को सपोर्ट करने का जहां उसे आपकी सबसे ज्यादा जरूरत होती हैं। खासतौर पर भावनात्मक सपोर्ट रिश्ते को गहरा करती है। अगर आपका पार्टनर किसी भी तरह के स्ट्रेस या फिर डिप्रेशन से गुजर रहा है, तो उन्हें समझें और स्ट्रेस या डिप्रेशन से निकलने में उनकी मदद करें। यह जरूरी नहीं कि आपका ये प्रयास उनके तनाव को कम कर दे या आप उसके हर काम को आसान बना दें लेकिन उन्हें राहत जरूर मिलेगी कि आप उनके साथ हैं। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह इस स्थिति में आप उनकी मदद कर सकते हैं।
समस्या को समझें
अगर आप अपने पार्टनर की समस्या को समझना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको डिप्रेशन को समझना होगा। आपको न सिर्फ डिप्रेशन बल्कि डिप्रेशन के कारण, लक्षण और उपचार के उपायों के बारे में भी जानना होगा। इससे न सिर्फ आप पार्टनर की समस्या को अच्छी तरह समझ पाएंगे बल्कि उसकी मदद भी पहले से कहीं अच्छे तरीके से कर पाएंगे।
उनकी भावनाओं को समझें
जब आप अपने पार्टनर से बात कर रहे हों तो उन्हें बिना इंटरफेयर किए बोलने का पूरा मौका दें। अपने जजमेंट या फैसले को एक तरफ रखें और सबकुछ भूलकर बस उसे सुनें। इससे आपको यह जानने का मौका मिलेगा कि पार्टनर आपके बारे में क्या सोचता है। जिस मुद्दे पर आप बात कर रहे हैं, उसपर उसकी राय आपसे कितनी अलग है। जब आपका पार्टनर अपनी बात पूरी कर ले तो आप बोलें। अपनी बातचीत में भावनाओं को ज्यादा जगह दें। यदि आप ऐसा करेंगे तो पार्टनर को खुद को समझने का मौका देंगे। इसे इमोशनल थेरेपी भी कहते हैं। ये रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए बहुत जरूरी है।
पार्टनर के साथ वक्त बिताएं
स्ट्रेस से जूझ रहे व्यक्ति के लिए शारीरिक एक्टिविटी बहुत ही जरूरी है। अगर आपका पार्टनर अकेले घूमने या फिर अन्य एक्टिविटी नहीं कर रहा है, तो आप भी उनके साथ घूमने जाएं। उनके साथ टहलें। ऐसा करने से वे अपने दिमाग से ज्यादा शरीर पर ध्यान देंगे। इससे स्ट्रेस को कम किया जा सकता है। इसके अलावा आप चाहें तो उनके पास जाकर बैठें या फिर जब वो अपनी फीलिंग्स को शेयर कर रहे हों, उस वक्त उनकी बातों को सुनें। आप उनके छोटे-छोटे कामों में हाथ बंटाने की कोशिश भी कर सकते हैं। कई बार डिप्रेशन के कारण वो कई आसान कामों में भी गलती कर सकते हैं। इन छोटी-छोटी गलतियों को इग्नोर करने की कोशिश करें।
हेल्प के लिए पूछें
आप अपने पार्टनर से यह पूछें कि आप उनकी मदद कैसे कर सकते हैं या उनके तनाव को कम करने के लिए मैं अपनी तरफ से अभी क्या करूं। मसलन, चाय कॉफी पीना हो, ब्लैक चौकलेट दें, हेड मसाज दें या कोई पसंदीदा संगीत लगाएं।
उम्मीद जगाएं
स्ट्रेस धीरे-धीरे डिप्रेशन का रूप धारण कर लेती है। डिप्रेशन किसी भी व्यक्ति के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। डिप्रेशन से जूझ रहा व्यक्ति कब कैसा कदम ले ले, यह कहना काफी मुश्किल होता है। अगर आपके पार्टनर की सोच नकारात्मक हो रही है, तो आपका कर्तव्य होता है कि आप उनके अंदर पॉजिटिव सोच जाएं। उनके अंदर जीने की नई उम्मीद जगाएं। उन्हें डिप्रेशन से निकलने में उनकी मदद करें।
ट्रीटमेंट है महत्वपूर्ण
डिप्रेशन के मरीज को स्वस्थ करने के लिए सही ट्रीटमेंट मिलना बहुत जरूरी है। आप अपने पार्टनर की दवाएं लेने में मदद कर सकते हैं। आप उनकी मदद ये भरोसा दिलाकर भी कर सकते हैं कि, मदद लेने का मतलब ये नहीं होता है कि आप कमजोर हैं। ना ही इसकी वजह से किसी किस्म की शर्मिंदगी उठाने की आवश्यकता है