पुरूषों को सता रहा है कम उम्र गंजापन, ये है गंजापन का कारण

Update: 2022-01-31 13:57 GMT

सर्दियों में बालों की प्रॉब्लम सबसे ज्यादा देखने को मिलती है. वैसे तो ये कॉमन-सी बात हो गई है. लेकिन, टाइम पर इसका इलाज करना बेहद जरूरी होता है. आजकल लोग जितना बाल झड़ने, बालों की कमजोरी, चमक और बालों के पतले होने से परेशान है. उतना ही कम उम्र में गंजेपन की प्रॉब्लम से भी परेशान है. लेकिन, ये प्रॉब्लम्स हमारी अपनी आदतों की वजह से पैदा होती है. जो बालों को नुकसान पहुंचाती हैं. कई एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यदि हम अपने लाइफस्टाइल और खाने-पीने में सुधार कर लेते हैं तो इस प्रॉब्लम से छुटकारा पाया जा सकता है. अगर हम वक्त रहते उन आदतों को बदल लेते हैं तो गंजेपन की समस्या दूर हो सकती है. तो, चलिए जानते हैं वो आदतें कौन-सी है.

सूरज की किरणों के साथ लंबे टाइम तक कॉन्टैक्ट में रहने से भी बालों के बाहरी एरिया को नुकसान पहुंच सकता है, जिसे क्यूटिकल्स कहा जाता है. सनरेज (sun rays) की वजह से होने वाली डैमेज के रिजल्ट में बाल पतले, ड्राई और ब्रटल किस्म के हो सकते हैं. ये भी टाइम से पहले गंजेपन की वजह बन सकते हैं.

बालों के रोम, नर्व सेल्स के एक नेटवर्क से घिरे होते हैं. नर्वस सिस्टम में होने वाली कोई भी एडवर्स कैमेकिल एक्टिविटी बालों के रोम पर इफेक्ट डालती है और कमजोर कर सकती है. नींद की कमी या ज्यादा स्ट्रेस लेने की वजह से कई ऐसे केमिकल और हार्मोन्स का डिसचार्ज बढ़ जाता है जो बालों के झड़ने का एक मेन रीजन हो सकता है. स्ट्रेस की वजह से नींद की भी प्रॉब्लम हो सकती है जिसकी वजह से भी बाल झड़ते हैं.

एक्सपर्ट्स के मुताबिक बालों को खूबसूरत और चमकदार बनाने के लिए अगर आप भी तरह-तरह के कैमिकल से भरपूर शैम्पू और दूसरे चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं. तो, सावधान हो जाइए. इससे बालों को नुकसान हो सकता है. इसके अलावा ज्यादा गर्म पानी से नहाना और गीले बालों को गलत तरीके से संभालना भी आपके बालों को खराब कर देता है. रंगाई, ब्लीचिंग, स्ट्रेटनिंग और पर्मिंग जैसी कैमिकल प्रोसेस बालों से सभी प्रोटीन और नमी को हटा देती हैं, जिससे बाल नाजुक होकर टूटने लगते हैं.

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