Period के दर्द में भी मिलेगा आराम, करे ये 5 योगासन

Update: 2024-08-29 15:25 GMT
हेल्थ केयर टिप्स Health Care Tips: महिलाएं आज घर के साथ ही बाहर भी काम कर रही हैं, ऐसे में उनपर दोगुनी जिम्मेदारियां होती हैं, इसलिए सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. नियमित रूप से अगर बस कुछ योगासन किए जाएं तो महिलाएं फिजिकली और मेंटली फिट रह सकती हैं. तो चलिए जान लेते हैं महिलाओं के लिए कौन से योगासन फायदेमंद रहते हैं.
महिलाओं को डेली रूटीन में बद्धकोणासन करना चाहिए. इस योगासन को करने से महिलाओं को अनियमित पीरियड्स की समस्या से छुटकारा मिलता है. इसके साथ ही पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द में भी आराम मिलता है. ये योगासन प्रजनन अंगों की मांसपेशियों को मजबूती देने में भी मदद करता है.
लाइफ साइकिल के दौरान महिलाएं कई बार हार्मोनल बदलावों से गुजरती हैं, इसलिए उनमें Hormone Imbalance होने की संभावना भी काफी ज्यादा रहती है. रोजाना अगर मलासन का अभ्यास किया जाए तो हार्मोन असंतुलन में सुधार होता है. इसके अलावा इस आसन को करने से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है, जिससे वेट कंट्रोल में रहता है, वहीं टखने और घुटने भी मजबूत होते हैं और पेल्विक एरिया की मांसपेशियों को भी मजबूती मिलती है.
पवनमुक्तासन करने से महिलाओं के प्रजनन अंगों (गर्भाशय) को फायदा मिलता है. इसके अलावा ये आसान पेट की चर्बी कम करने, गैस की समस्या से आराम दिलाने में भी सहायक है. पवनमुक्तासन का रोज अभ्यास करने से कमर और रीढ़ की हड्डी और हाथ-पैरों की मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग भी होती है.
हलासन का अभ्यास नियमित रूप से करने से पीरियड्स के दौरान पेल्विक एरिया में होने वाली ऐंठन कम होती है साथ ही ये योगासन स्किन को यंग बनाए रखने में भी हेल्प फुल है. हलासन पोज से रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है साथ ही थकान, स्ट्रेस, पिंडलियों में होने वाली ऐंठन, कब्ज गैस, पेट की चर्बी कम करने आदि में भी ये सहायक है.
महिलाओं के लिए हनुमानासन भी काफी फायदेमंद रहता है. इससे कमर और पेट की चर्बी कम होती है. इस योगासन से मसल्स भी टोन होती हैं और बॉडी शेप में रहती है. ये योगासन पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं में भी राहत दिलाता है. इसके अलावा साइटिका के दर्द में आराम, हाथ-पैरों की मांसपेशियों में मजबूती आना, जांघ, घुटने आदि की मसल्स की स्ट्रेचिंग होना जैसे फायदे भी होते हैं.
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