बार बार दोहराते हैं काम तो हो आप सकते है ओसीडी के शिकार

लोग चीजों को गिनना, बार-बार हाथ धोना, बार-बार साफ सफाई करना, एक ही चीज को देखते रहना आदि चीजें करना शुरू कर देते हैं।

Update: 2023-01-09 14:32 GMT

लाइफस्टाइल : जिस व्यक्ति को ओसीडी (OCD- obsessive compulsive disorder) यानि ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसॉर्डर की समस्या होती है, वह अपने दिमाग से खराब विचारों को आसानी से नहीं हटा पाते हैं और उन्हीं विचारों को बार-बार सोचते रहते हैं। यह एक मानसिक बीमारी होती है. जब किसी व्यक्ति को यह समस्या होती है तो इन लोगों में एंग्जाइटी और डिप्रेशन के लक्षण भी नजर आ सकते हैं। जब किसी व्यक्ति को ओसीडी की समस्या होती है तो उनमें कई और भी लक्षण नदर आ सकते हैं। ऐसे में जिन लोगों को यह समस्या होती है उन्हें इसके लक्षण, कारण और उपचार के बारे में पता होना जरूरी है।

ओसीडी की समस्या होने पर नजर आते हैं ये लक्षण-
बता दें कि इस स्थिति में लोग चीजों को गिनना, बार-बार हाथ धोना, बार-बार साफ सफाई करना, एक ही चीज को देखते रहना आदि चीजें करना शुरू कर देते हैं। इससे अलग अनिद्रा की समस्या हो जाना, डिप्रेशन, एंग्जाइटी आदि के लक्षण भी नजर आ सकते हैं। इसके अलावा एक ही विचार का बार बार आना जैसे लक्षण भी नजर आ सकते हैं। वहीं अगर इसके मुख्य कारणों की बात की जाए तो यदि आप किसी ट्रॉमा के शिकार हो गए हैं या फिजिकल एब्यूज का शिकार हुए हैं तब यह समस्या हो सकती है। इससे अलग यदि आपको डिप्रेशन की समस्या है या आपके घर में किसी व्यक्ति को पहले से ही यह समस्या हो तब भी जैनेटिक रूप से ये समस्या आपको भी हो सकती है।
ओसीडी समस्या से कैसे डील करें?
1 - अपने अंदर चीजों को स्वीकारने की आदत डालें। यदि आप अचानक से हुए बदलावों को स्वीकारने की कोशिश करेंगे तो इससे आपके मन में विचारों का आदान-प्रदान हो सकेगा।
2 - दूसरों के आश्वासन को स्वीकार ना करें. इससे आप दूसरों पर निर्भर भी हो सकते हैं। ऐसी परिस्थिति में खुद को शांत रखने की जरूरत है। ये सोचें कि जो परिस्थिति अभी है इससे बुरी परिस्थिति भी आ सकती है या आ चुकी है। इससे आप खुद को आने वाली परिस्थितियों के लिए तैयार कर सकेंगे।
3 - यदि आपके दिमाग में नकारात्मक विचार आ रहे हैं तो उन्हें रोकने या उनके बारे में बार-बर सोचने में समय बर्बाद ना करें। इससे आपके मानसिक स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। आप जितना अपने विचारों को रोकने की कोशिश करेंगे आपका ध्यान उतना ही विचारों पर जाएगा।
4 - अपनी तुलना किसी और के साथ ना करें। यदि आपकी गति समान्य गति से धीमी है तो ऐसे में खुद को निराश या उदास करने के बजाए अपने गति को बढ़ाने का प्रयास करें। दूसरों की तुलना से आपके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है।
5 - डर को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है उसका सामना करें। ऐसे में यदि आपको विचार आ रहे हैं तो उन विचारों से भागने की बजाय उनका सामना करें और सोचे कि किन परिस्थितियों में यह विचार आ रहे हैं।
ओसीडी का इलाज-
बता दें कि ओसीडी का कोई पूरा इलाज नहीं है। यदि इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जाए तभी इस बढ़ने से रोका जा सकता है। जब शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन की कमी हो जाती है तब यह समस्या हो सकती है।ऐसे में डॉक्टर सेरोटोनिन हार्मोन को बढ़ाने की दवाई दे सकते हैं। इससे अलग ओसीडी की समस्या को दूर करने के लिए बिहेवियर थेरेपी और टॉक थेरेपी की मदद भी ली जा सकती है। कुछ रोगियों को एंटीडिप्रेसेंट दवाई भी दी जाती है। ऐसे में व्यक्ति को ऊपर बताए गए लक्षण दिखाई दें तो तुरंत एक्सपर्ट से संपर्क करें।


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