दिल की देखभाल जरूरी है! अभी कुछ दिन पहले खबर आई थी कि, एक 19 साल का लड़का गरबा की धुन पर थिरकते हुए हार्ट अटैक की चपेट में आ गया. इससे पहले सुरत में एक 12 साल की बच्ची की क्लासरूम में पढ़ाई के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. ऐसी कोई एक-दो नहीं, बल्कि तमाम घटनाएं बीते कुछ वक्त में खबरों में आ चुकी हैं. इनमें कम उम्र से लगाकर तंदुरुस्त इंसान तक, कई लोग हृदय रोग और स्ट्रोक का शिकार हो चुके हैं...
लिहाजा सवाल है क्यों? दरअसल इसमें आपकी लाइफस्टाइल की बहुत अहम भूमिका होती है. मसलन आप क्या खाते हैं, क्या पहनते हैं, कब सोते हैं, कैसे उठते हैं, सबकुछ. स्टडी बताती है कि वो लोग जो शारीरिक तौर पर अनफिट होते हैं, उन्हें गंभीर बीमारियों का खतरा दूसरों की तुलना में कई गुना ज्यादा होता है. हालांकि कुछ मामलों में फिट एंड फाइन लोग भी इसकी चपेट में आ जाते हैं.
तो फिर क्या किया जाए? इस कदर हार्ट फेलियर और कार्डियक अरेस्ट के मामलों में बेतहाशा इजाफे को देख एक बात तो साफ है कि, दिल की देखभाल जरूरी है. ऐसे में यहां आईसीएमआर के एक हालिया शोध का जिक्र बहुत जरूरी है, जिसमें हार्ट फेलियर से बचाव में योग थैरेपी को काफी फायदेमंद करार दिया है. तो आइये जानें उन योगासन के बारे में, जो दिल के लिए बहुत फायदेमंद हैं...
1. ताड़ासन
ताड़ासन से लंबाई में इजाफा होता है. इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है. साथ ही साथ शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है. घुटनों, टखनों और भुजाएं भी स्ट्रोंग होती है.
2.वृक्षासन
ये शारीरिक संतुलन बनाने में कारगर है. इससे पैर, टखनों, जांघों, पिंडलियों और घुटनों को मजबूती मिलती है. ये मानसिक रूप से भी स्वस्थ रखता है. इससे पीठ के दर्द से भी काफी हद तक राहत मिलती है.
3. पादांगुष्ठासन
पादांगुष्ठासन से रक्त संचार में सुधार होता है जबकि रीढ़ को आगे की तरफ झुकने से गहरा खिंचाव भी मिलता है। यह आगे ऊर्जा को प्रेरित करता और बढ़ाता है, इस प्रकार ये आसन तनाव और चिंता से संबंधित लक्षणों को कम करता है