दिल के लिए फायदेमंद
साइकिल चलाने के दौरान हमारे दिल की धड़कन तेज हो जाती है और यह हमारे हार्ट हेल्थ के लिए एक बहुत अच्छी एक्सरसाइज है। रिसर्च के अनुसार साइकिल चलाने जैसी गतिविधियां करने से हृदय और रक्त वाहिकाओं से संबंधित जोखिम को कम किया जा सकता है।
वजन कंट्रोल करें
कैलोरी बर्न करने के लिए साइकिल चलाना बेहद ही फायदेमंद माना जाता है, जो लोग वजन घटाना चाहते हैं वह अगर 1 महीने भी लगातार साइकिल चलाएंगे तो उनके वजन में 2 से 4 किलो तक का फर्क नजर आने लगेगा। साइकिल चलाने से जांघों का फैट, पेट की चर्बी तेजी से कम होती है और वजन कंट्रोल रहता है।
मसल्स स्ट्रांग करें
साइकिल चलाने से आपके पैरों की मसल्स स्ट्रांग होती है और आगे जाकर आपको पैर का दर्द, विटामिन डी की कमी और जोड़ों के दर्द जैसी समस्या नहीं होती है। इतना ही नहीं साइकिल चलाने से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा भी बढ़ती है जिससे शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
कैंसर के जोखिम को कम करें
जी हां, साइकिल चलाने से कैंसर जैसी बीमारी के जोखिम को भी कम किया जा सकता है। कुछ साल पहले चाइना में हुए एक रिसर्च में कहा गया था कि जो लोग 1-2 घंटे प्रतिदिन साइकिल चलाते हैं उनमें पेट के कैंसर होने की संभावना 50 दिन तक कम हो जाती है। वहीं, एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया था कि साइकिलिंग चालान करने से स्तन कैंसर के जोखिम को 10 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। इसी प्रकार अन्य कैंसर को भी कम करने में साइकिल चलाना फायदेमंद माना जाता है।
डायबिटीज के जोखिम को कम करें
साइकिल चलाने से टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को कम किया जा सकता है। एक शोध के मुताबिक नियमित तौर से साइकिल जैसी गतिविधि करने वाले लोगों में आम लोगों की तुलना में डायबिटीज होने का खतरा काफी कम देखा गया है। वहीं जिन लोगों को डायबिटीज है वह अगर 45 मिनट तक भी रोजाना साइकिल चलाते हैं तो उनके इन्सुलिन लेवल को कम करने का रिकॉर्ड देखा गया है।
हाइट बढ़ाए
साइकिल चलाने का एक बड़ा फायदा यह है कि जो बच्चे लगातार साइकिल चलाते हैं उनकी हाइट तेजी से बढ़ती है। एक रिपोर्ट में भी कहा गया है कि रोजाना साइकिल चलाने वाले बच्चों की हाइट कोई गतिविधि ना करने वाले बच्चों से 2 गुना तेजी से बढ़ती है।
तनाव कम करें
जी हां, साइकिल चलाना एक तरह का एरोबिक व्यायाम होता है, जिस करने से मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है। दरअसल, एरोबिक व्यायाम मन की स्थिति में बदलाव लाकर मस्तिष्क में खून का प्रवाह बेहतर बना सकती हैं। जो हाइपोथैलेमिक पिट्यूटरी एड्रेना पर पड़ने वाले तनाव की प्रतिक्रिया को कम कर सकते हैं।