फ़ेस ऑयल, सीरम और एसेंस में क्या अंतर है?

Update: 2023-05-09 12:43 GMT
यदि आप अपने पुराने दिनों की आसान स्किन केयर रूटीन के बारे में सोच रही हैं, जब हम केवल बेसिक क्लेंज़िंग, टोनिंग और मॉइस्चराज़िंग के बारे में जानते थे, तो हम आपकी इस दुविधा को समझ सकते हैं. आज के समय में हमारे स्किन केयर स्टेप्स काफ़ी जटील हो गए हैं. कुछ समय पहले तक तो ये 10 ही थे, लेकिन अब ये बढ़कर 12 हो गए हैं. इन्हीं स्टेप्स में फ़ेस सीरम का इस्तेमाल शामिल है, जिसका नाम तो आपने सुना ही होगा, हाल ही में फ़ेस ऑयल और एसेंस ने भी हमारे सुबह और शाम की स्किन केयर रूटीन में अपनी जगह बना ली है. लेकिन क्या आपको पता है कि ये एक दूसरे कितने अलग हैं? और उससे भी ज़रूरी बात ये है कि क्या आप उन्हें सही क्रम में लगा रही हैं? अगर कंफ़्यूज हैं तो उसे दूर करने के लिए आप इस आर्टिकल को पूरा ज़रूर पढ़ें!
फ़ेस एसेंस
यदि आपको लगता है कि फ़ेस एसेंस, टोनर का फ़ैंसी वज़र्न है तो आप ग़लत हैं! इसमें टोनर की अपेक्षा अधिक ख़ूबियां हैं और इसका ओरिजन कोरिया में हुआ है. एसेंस में मौजूद इंग्रीडिएंट्स काफ़ी सौम्य होते हैं और यह टोनर की अपेक्षा अधिक नरिशिंग होता है. इसका इस्तेमाल क्लेंज़र और टोनर के बाद, लेकिन सीरम के पहले होता है. यह आपकी त्वचा को आगे इस्तेमाल किए जानेवाले स्किन केयर प्रॉडक्ट्स के बेनिफि़ट्स के लिए तैयार करता है. अगर आपको लगता है कि आई क्रीम और मॉइस्चराइज़र आपके त्वचा की नमी बनाए रखने में सक्षम नहीं हैं, तो आपकी स्किन को फ़ेस एसेंस की ज़रूरत है!
फ़ेस सीरम
आमतौर पर, फ़ेस सीरम में ऐक्टिव इंग्रीडिएंट्स का हायर कॉन्संट्रेशन होता है. ये विभिन्न प्रकार में आते हैं-हायल्यूरोनिक एसिड, विटामिन सी, ग्लाइकोलिक एसिड और ऐसे सभी इंग्रीडिएंट्स, जिन्हें त्वचा की अलग-अलग परेशानियों को ध्यान में रखकर तैयार किया जाता है. हालांकि सीरम मॉइस्चराइज़र का काम नहीं करता है. लेकिन यदि आप किसी ऐसे प्रॉडक्ट की तलाश में हैं, जो त्वचा की ज़रूरतों जैसे-ऐंटी-एजिंग, स्किन ब्राइटेनस और इलैस्टिसिटी को ध्यान में रखकर तैयार किया जाता है तो आप सीरम में इन्वेस्ट कर सकती हैं. सीरम को मॉइस्चराइज़र के पहले और एसेंस के बाद लगाना होता है. सीरम लगाने के बाद कम से कम दस मिनट के बाद ही किसी दूसरे प्रॉडक्ट की तरफ़ बढ़ें.
फ़ेस ऑयल्स
इन्हें मॉइस्चराइज़र के साथ या मॉइस्चराइज़र के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. हालांकि यह ऑयली और एक्ने-भरी स्किन के लिए ठीक नहीं होते हैं. हालांकि हर तरह की स्किन के लिए एक ही फ़ेस ऑयल आते हैं, पर फिर भी जिन्हें एक्ने की समस्या रहे, उन्हें फ़ेस ऑयल्स से दूर रहना चाहिए या फिर डॉक्टर की सलाह पर ही इस्तेमाल करना चाहिए. फ़ेस ऑयल से चेहरे की मालिश करने से उसे डीप कंडिशनिंग और भरपूर पोषण मिलता है. त्वचा उभरी हुई दिखती है. नाइट टाइम रूटीन में फ़ेस ऑयल को सबसे अंत में लगाएं. इसके ऊपर और कोई प्रॉडक्ट लगाएंगे तो आपकी स्किन को कोई फ़ायदा नहीं मिलेगा.
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