डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है वक्रासन
सिर्फ आसन और प्राणायाम ही नहीं है योग. योग को आठ अंगों में विभाजित किया है महर्षी पतंजली ने. इन सभी अंगों पर हमें थोड़ा-थोड़ा ध्यान देना
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सिर्फ आसन और प्राणायाम ही नहीं है योग. योग को आठ अंगों में विभाजित किया है महर्षी पतंजली ने. इन सभी अंगों पर हमें थोड़ा-थोड़ा ध्यान देना ज़रूरी है. अपने पूरे व्यक्त्वि को निखारने और सामाजिक, व्यक्तिगत, शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए पतंजली योग सूत्र में कई महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं.
योगाभ्यास इस तरह करें शुरू
मैट पर बैठ जाएं और कमर, गर्दन सीधी कर लें. किसी भी आसन में बैठें. ध्यान की मुद्रा में बैठें और अपने सांस पर ध्यान केंद्रित करें. ओम या किसी मंत्र का उच्चारण करें.
चालन क्रियाएं करें
–ग्रीवा शक्ति विकासक क्रिया करने के लिए योग मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और सांस लेते हुए अपनी गर्दन को पीछे की तरफ लेकर जाएं. अब सांस छोड़ते हुए अपनी गर्दन को आगे लेकर आएं. इसी तरह सांस लेते हुए गर्दन को दाईं तरफ और फिर बाईं तरफ घुमाएं. ऐसा 10 बार करें.
-स्कंद शक्ति विकासक क्रिया करने के लिए खड़े रहते हुए सांस भरते हुए दोनों हाथों को ऊपर की तरफ उठाएं. अब सांस छोड़ते हुए हाथों को नीचे लेकर आएं. यह प्रक्रिया दोहराएं. अब दोनों हाथों को मोड़ते हुए कंधे पर रखें और सांस लेते हुए क्लॉक वाइज़ और एंटी क्लॉक वाइज़ रोटेट करें. अभ्यास को विस्तार से देखने के लिए विडियो लिंक पर क्लिक करें.
दंडासन
–यह एक बैठ कर करने वाला आसन है, जिसे लंबे समय तक करने से कई फायदे मिलते हैं. जिन लोगों के पैरों में दर्द रहता है वे इस आसन को 5 से 10 मिनट ज़रूर करें.
-इसे करने के लिए आप मैट पर पैरों को आगे की तरफ खोलकर बैठ जाएं और कमर को सीधी रखें. जब हम अधिक देर तक इसी पोजीशन में बैठते हैं, तो शरीर में बेहतर तरीके से ब्लड फ्लो होता है और पैरों का दर्द ठीक होने लगता है.
तितली आसन
पैरों को मोड़कर तलवों को एक-दूसरे से लगाकर बैठें और कमर गर्दन सीधी रखें. अब हाथों से दोनों तलवों को पकड़कर रखें और घुटनों से पैरों को तितली की तरह उठाएं और नीचे करें. ऐसा आप कुछ देर तक करें.
वक्रासन
दाहिने पैर को बाएं पैर के घुटनों के पास रखें. दाएं हाथ को पीछे की तरफ रखें. बाएं हाथ को ऊपर की तरफ उठाएंगे और शरीर को घुमाते हुए बाएं हाथ से दाहिने पैर के घुटनों को धकेलते हुए पैरों पर हाथ का ग्रिप बनाएं. गर्दन को धीरे से पीछे की तरफ घुमाएं. अब 10 तक की गिनती करें. धीरे से गर्दन को सामने, हाथ को वापस, पैरों को भी वापस अपनी जगह पर रखें. इसी तरह अब बाईं तरफ से ये सारी प्रक्रिया दुहराएं. बता दें कि डायबिटीज पेशेंट के लिए बहुत फायदेमंद है वक्रासन. जिन लोगों को कब्ज की समस्या है, उन्हें भी इसका नियमित अभ्यास करना चाहिए. अब मैट पर पेट के बल लेटकर रिलैक्स करें.
शलभासन
मैट पर पेट के बल लेट जाएं और थाई के नीचे अपनी दोनों हाथों की हथेलियों को दबाएं. अब बिना घुटनों को मोड़े दोनों पैरों को धीरे से एक साथ उठाने का प्रयास करें. अब ऐसे ही होल्ड कर रखें. 5 तक की गिनती करें. अब पैरों को धीरे से नीचे मैट पर रख लें. ऐसा दोबारा करें. कमर दर्द को ठीक करने में ये आसन काफी लाभदायक है. विस्तार से देखने के लिए वीडियो लिंक पर जाएं.