घरेलू उपायों के जरिए कीजिए सांस फूलने की समस्या का इलाज...इसमें कोई साइड इफेक्ट नहीं
भागदौड़ भरी इस जिंदगी में स्वस्थ रहना सबसे बड़ी चुनौती है. अगर आपका शरीर स्वस्थ है तो इसे ईश्वर का वरदान मानिए.
सांस फूलने की इस समस्या को डिस्पेनिया कहते हैं. ऐसी स्थिति में फैफड़ों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता. इससे हार्ट और फेफड़ों में परेशानी होने लगती है और सांस फूलने लगती है.
1- होठों से गहरी सांस छोड़ें: जब भी आपको लगे कि सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो नाक से गहरी गहरी सांस लें और होठों से जैसे सीटी बजाते हैं उस तरीके से सांस छोड़ें.
2- कॉफी है कारगर: कॉफी की खुशबू या गर्म कॉफी पीने से अस्थमा के अटैक में तुरंत आराम पड़ता है. कॉफी श्वास नलिकाओं में रुकी हुई हवा को तुरंत खोल देती है.
3- यूकेलिप्टस का तेल: अगर घर में किसी को सांस की समस्या है तो यूकेलिप्टस का तेल जरूर रखें. इस तेल को सूंघने या पानी में डालकर भाप लेने से तुरंत आराम पड़ता है और ये समस्या भी खत्म हो जाती है.
4- एसिडिक चीजों से बचें: खानें में ऑयली, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन का इस्तेमाल कम करें. ताजा फल, सब्जियां और अंकुरित अनाज का सेवन करें.
5- तुलसी अदरक खाएं: गुणकारी तुलसी सांस के रोग में भी फायदेमंद है तुलसी के पत्तों का रस शहद में डालकर पीने से आराम मिलता है. अदरक चबाने या गर्म पानी में डालकर पीने से भी श्वांस नलिका में संक्रमण खत्म हो जाता है.
6- धूम्रपान को ना: अक्सर आपकी सांस फूलती है तो सिगरेट, बीड़ी, तंम्बाकू का सेवन न करें. प्रदूषित वातावरण में जाने से भी बचें
7- शहद का सेवन करें: सांस के मरीजों को शहद डालकर भाप लेने से आराम मिलता है. गुनगुने पानी में शहद डालकर पीने से जमा बलगम भी निकल जाता है
8- शरीर को रखें गर्म: अगर सांस फूल रही है तो तुरंत एसी कूलर के सामने से हट जाएं. किसी गर्म और खुली जगह जाकर गहरी सांस लें. गर्म पानी से नहा भी सकते हैं. इसके अलावा मोटापा घटाएं. रोज हल्की फुल्की