डायबिटीज और अर्थराइटिस के लिए अचूक उपाय है ये चीज

Update: 2023-08-16 14:20 GMT
लाइफस्टाइल: सहजन को आयुर्वेद में बेहद गुणी बताया गया है. इसको ड्रमस्टिक और मोंरिंगा भी कहा जाता है. सहजन की फलियों को सब्जी बनाने या साबंर में डालने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. कई लोग इसकी पत्तियां और फूल का भी सेवन करते हैं. इस पत्तियों से तैयार किए जाने वाले पाउडर को फूड सप्लीमेंट के रूप में भी प्रयोग किया जाता है. सहजन खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, सेहत के लिए उतना ही फायदेमंद होता है. बता दें कि, ड्रमस्टिक में एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी फंगल और एंटी वायरल तत्वों की भरमार होती है. इसके साथ ही ये पोटैशियम, फास्फोरस, आयरन जैसे मिनरल का भी अच्छा स्रोत माना जाता है. यही कारण है कि सहजन खाने से सेहत को कई लाभ मिलते हैं. आइए बलरामपुर चिकित्सालय लखनऊ के आयुर्वेदाचार्य डॉ. जितेंद्र शर्मा से जानते हैं मोरिंगा के फायदों के बारे में.
डायबिटीज में फायदेमंद: शुगर पैसेंट के लिए सहजन का सेवन बेहद फायदेमंद होता है. दरअसल, सहजन में मौजूद राइबोफ्लेविन ब्लड में शुगर को कंट्रोल रखने में मदद कर सकता है. इतना ही नहीं, सहजन की फलियां, पत्ते या फूल सभी इसमें काम आते हैं. ऐसे में यदि किसी को इस तरह की परेशानी है तो सहजन की फलियों की सब्जी या पत्तियों का सेवन कर सकता है.
साइटिका-गठिया में लाभकारी: सहजन साइटिका और गठिया के लिए भी बेहद करामाती माना जाता है. दरअसल, जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए सहजन के पेड़ की छाल के पाउडर का सेवन करना बहुत लाभकारी साबित हो सकता है. इसके लिए सहजन की छाल के पाउडर को शहद के साथ लेना चाहिए. ऐसा करने से कफ और वात की समस्या से छुटकारा मिल सकता है.
वजन घटाए: शरीर के बढ़ते वजन को कम करने के लिए भी सहजन का इस्तेमाल किया जा सकता है. बता दें कि, यदि आप मोटापे की वजह से परेशान हैं तो सहजन की पत्तियां आपके काम आ सकती हैं. दरअसल, ड्रमस्टिक में पाया जाने वाला क्लोरोजेनिक एसिड वजन कम करने में मदद करता है.
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