ये हैं पाइल्स के कारण, ऐसे करें बचाव और इलाज

पाइल्स एक ऐसी बीमारी है जिसमें पीड़ित व्यक्ति एनस के अंदर और बाहरी हिस्से में सूजन आ जाती है। जिसकी वजह से एनस अंदरूनी हिस्से या बाहर के हिस्से में स्किन जमाकर होकर मस्से जैसी बन जाती है

Update: 2021-07-23 05:56 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मोबाइल फोन का दखल जिंदगी में इतना बढ़ गया है कि हम हर जगह फोन को लेकर पहुंच जाते हैं।रात को सोने के समय भी हम फोन का इस्तेमाल करते रहते हैं।ऐसे में मोबाइल की वजह से हम कई बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। हम में से कई लोग मोबाइल फोन को टॉयलेट में भी लेकर जाते हैं। वहां टॉयलेट सीट पर बैठकर मोबाइल का इस्तेमाल करने से पाइल्स यानी बवासीर जैसी बीमारी का खतरा सबसे ज्यादा रहता है।

पाइल्स क्या है?
पाइल्स एक ऐसी बीमारी है जिसमें पीड़ित व्यक्ति एनस के अंदर और बाहरी हिस्से में सूजन आ जाती है। जिसकी वजह से एनस अंदरूनी हिस्से या बाहर के हिस्से में स्किन जमाकर होकर मस्से जैसी बन जाती है और इसमें से कई बार खून निकलने के साथ ही दर्द भी होता है। मल त्याग के दौरान जोर लगाने पर ये मस्से बाहर आ जाते हैं। इस समस्या के कारण व्यक्ति को बैठने में भी दिक्कत होती है। चिकित्सकों के अनुसार, कई बार शर्मिंदगी के कारण लोग शुरुआत में इस पर ध्यान नहीं देते जिससे बाद में समस्या बढ़ जाती है।
पाइल्स के कारण
- कब्ज की समस्या। कब्ज के कारण पेट साफ नहीं होता है और मल त्याग में जोर लगाना पड़ता है जिसकी वजह से पाइल्स की समस्या हो जाती है।
- जो लोग ज़्यादा देर तक खड़े होकर काम करते हैं, उन्हें भी बवासीर की समस्या हो जाती है।
- पाइल्स का एक कारण मोटापा भी है।
- प्रेग्नेंसी के दौरान भी कई महिलाओं को पाइल्स की समस्या हो जाती है।
- डिलीवरी के बाद भी यह समस्या हो सकती है।
- यदि परिवार में किसी को बवासीर है, तो आपको इसे होने का खतरा बढ़ जाता है।
पाइल्स के लक्षण
- मल त्याग के समय दर्द होना और रक्त या म्यूकस आना।
- एनस के आसपास सूजन या गांठ जैसे होना।
- एनस के आसपास खुजली होना।
- मल त्याग के बाद भी ऐसा लगना कि पेट साफ नहीं हुआ है।
- पाइल्स के मस्सों से सिर्फ खून आना।
ये सावधानियां भी जरूरी
अपने घर के टॉइलट को भले ही हम अपने हिसाब से पूरी तरह साफ रखते हों लेकिन घर के बाहर ऑफिस में, मॉल में, ट्रेन में या फिर कहीं और पब्लिक टॉइलट यूज करते वक्त ज्यादातर लोगों के मन में जर्म्स, गंदगी और कीटाणु का डर रहता है। पब्लिक टॉइलट दिखने में भले ही साफ लेकिन हर तरह के लोग इसका इस्तेमाल करते हैं इसलिए गंदे पब्लिक टॉइलट यूज करने पर इंफेक्शन और बीमारियों का खतरा रहता ही है। हेपेटाइटिस ए संक्रमण गंदे शौचालयों से होने वाला मुख्य संक्रमण है।
बुखार, उल्टी और पेट में ऐंठन आदि इसके लक्षण हैं। ये संक्रमित लोगों के मल से फैलता है। एक ही बाल्टी या मग इस्तेमाल करने से भी ये फैलता है। वहीं, मोबाइल फोन का इस्तेमाल टॉयलेट में करने से न सिर्फ आपका समय भी खराब होता है बल्कि आपके मोबाइल में भी कई तरह के वायरस आ जाते हैं, जिससे इंफेक्शन फैलने का खतरा रहता है।


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