चॉकलेट गले में फंसने से बच्ची की हो गई मौत, बच्चों को सिखाएं सही तरीके से खाने और निगलने के तरीके
वो खांसकर कोई चीज बाहर नहीं कर पाते हैं। ऐसी सिचुएशन में उनकी मौत हो सकती है।
हाल ही में कर्नाटक के उडुपी जिले में 6 साल की बच्ची की मौत उसके गले में चॉकलेट फंसने की वजह से हो गई। दरअसल बच्ची स्कूल नहीं जाना चाहती थी। इस पर मां ने उसे फुसलाने के लिए एक चॉकलेट दी। स्कूल बस आई तो बच्ची ने रैपर समेत चॉकलेट खा ली। इससे उसका दम घुट गया। वह बस के दरवाजे के पास ही बेहोश हो गई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
इससे पहले दिल्ली में एक ऐसा मामला सामने आया था, जिसमें गलत तरीके से मोमोज खाने के बाद गले में मोमोज फंसने से 50 साल के एक शख्स की जान चली गई थी। यहां हम आपको बताएंगे कि गले में खाने की चीजें फंसने की वजह और ऐसी स्थिति में क्या करें और क्या ना करें।
कब बढ़ता है मौत का खतरा
एक्सपर्ट का मानना है कि जहां से होकर खाना शरीर के अंदर जाता है यानि हमारे गला वो एरिया काफी पतला होता है। जिसमें दो नली होती हैं। पहली सांस की नली, दूसरी खाने की नली। और दोनों के बीच एक एपिग्लोटिस होती है, जो ये डिसाइड करती है कि आप खाना खाएंगे या सांस लेंगे। आप मुंह से खाना भी खाते हैं और सांस भी लेते हैं, लेकिन दोनों एक साथ नहीं कर सकते हैं। वैसे खाने की नली में कुछ फंसने से मौत नहीं हो सकती है। क्यूंकि उसमें जाने वाली चीज या तो अंदर चली जाती है या फिर आप खांसी के जरिए उसे बाहर कर देते हैं। इसमें आपको उल्टी, खांसी या निमोनिया जैसी दिक्कत हो सकती है। लेकिन मौत का खतरा तब होता है जब खाना सांस की नली में फंस जाता है।
किन गलतियों से फंस सकता है खाना
जल्दी-जल्दी खाना खाने पर या फिर लगातार बात करते हुए खाने पर खाना अटक सकता है। इसके अलावा खाने को चबाए बिना सीधे निगल जाने, खेलते हुए बच्चे को खाना खिलाने पर और नींद में किसी व्यक्ति को खाना खिलाने पर भी खाना गले में फंस सकता है।
बच्चों के गले में कोई चीज फंसने का खतरा ज्यादा क्यों रहता है
छोटे बच्चों का एपिग्लोटिस सॉफ्ट होता है, इसलिए कई बार चीजें सांस की नली में जल्दी चली जाती हैं। बच्चों के सांस की नली भी बड़ों के मुकाबले छोटी होती है, वो खांसकर कोई चीज बाहर नहीं कर पाते हैं। ऐसी सिचुएशन में उनकी मौत हो सकती है।