स्टीम/सॉना बाथ क्या है – What Is Steam/Sauna Bath In Hindi
स्टीम बाथ और सॉना बाथ दोनों की प्रक्रिया में थोड़ा अंतर है। स्टीम बाथ एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें व्यक्ति के नहाने के लिए पानी की जगह भाप का उपयोग किया जाता है। यह थर्मोथेरेपी यानी गर्म थेरेपी लेने का एक तरीका है, लेकिन दुनियाभर में यह प्रक्रिया अलग-अलग तरीके से की जा सकती है।
अगर इसकी प्रक्रिया की बात करें तो इसमें पहले एक रूम के तापमान को लगभग 80 से 100 °C किया जाता है। इतने तापमान के बाद जिस भी व्यक्ति को सॉना बाथ लेनी है वो व्यक्ति उस कमरे में जाता है। फिर व्यक्ति के पूरे श्री की सिकाई उस भाप से होती है। यही कारण है कि इसे स्टीम बाथ कहा जाता है (1)।
वहीं, सॉना बाथ में रूम टेम्प्रेचर को 80 से 90 डिग्री सेल्सियस तक किया जाता है। इतने गर्म तापमान के वजह से व्यक्ति को पसीना आना शुरू होता है। फिर पसीने के जरिए ही व्यक्ति के शरीर से विषाक्त पदार्थ निकलने लगते हैं। सॉना बाथ की प्रक्रिया एक बार और कभी-कभी एक से तीन बार तक 5 मिनट से लेकर लगभग आधे घंटे दोहराया जा सकता है (2)। आगे आपको स्टीम/सॉना बाथ के फायदे से जुड़ी अधिक से अधिक जानकारी देने की कोशिश कर रहे हैं।
स्टीम/सॉना बाथ के फायदे – Skin Benefits Of Steam/Sauna Bath In Hindi
त्वचा और व्यक्ति के पूरे स्वास्थ्य के लिए स्टीम/सॉना बाथ के फायदे कई सारे हैं। तो स्टीम/सॉना बाथ के फायदे कुछ इस प्रकार हैं:
1. हृदय स्वास्थ्य के लिए - For Healthy Heart
सॉना बाथ से जुड़े रीसर्च में यह पाया गया है कि सॉना बाथ हृदय स्वास्थ्य को बेहतर करने में सहयक हो सकता है। दरअसल, शोध के अनुसार सॉना बाथ से हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम कम हो सकता है (3)। वहीं, जब उच्च रक्तचाप का जोखिम कम होगा तो इसका सकारात्मक असर हृदय स्वास्थ्य में देखने को मिल सकता है।
2. तनाव कम करने के लिए - For Stress Relief
स्टीम या सॉना बाथ से शरीर के साथ-साथ मन को भी रिलैक्स करने में सहायक हो सकता है। इसका उपयोग चिंता व तनाव को कम करने में भी सहायक हो सकता है (4)। वहीं, जब स्ट्रेस कम होता है तो चेहरे पर अपने आप ही एक अलग चमक आ जाती है। ऐसे में यह मन और स्किन दोनों के लिए लाभकारी हो सकता है।
3. अच्छी नींद के लिए - For Good Sleep
सॉना बाथ से व्यक्ति को अच्छी नींद में भी मदद मिल सकती है। दरअसल, इससे तनाव और चिंता की समस्या कम हो सकती है, जिस कारण नींद की गुणवत्ता पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में सॉना बाथ से काफी अच्छी नींद हो सकती है (5)। जब नींद अच्छी होगी तो इसका असर त्वचा पर भी दिखेगा। ऐसे में माना जा सकता है कि सॉना बाथ से डार्क सर्कल यानी आंखों के नीचे के काले घेरों से भी बचाव हो सकता है।
स्किनक्राफ्ट टिप्स:
सॉना/स्टीम बाथ के दौरान डीहाइड्रेशन से बचने के लिए, सॉना/स्टीम बाथ के रूम में जाने से पहले अच्छी तरह से पानी पी लें। सिर्फ पहले ही नहीं, बल्कि सॉना/स्टीम बाथ के बाद भी अपने आपको हाइड्रेट करने के लिए पानी जरूर पीएं।
4. सॉना बाथ त्वचा के लिए - For Healthy Skin
सॉना बाथ या स्टीम बाथ त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, इससे संबंधित एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि स्टीम बाथ लेने से त्वचा के सीबम उत्पादन में कमी हो सकती है (6)। वहीं, एक अन्य स्टडी के अनुसार, स्टीम बाथ या वॉर्म बाथ से स्किन पोर्स खुल सकते हैं और फिर त्वचा में मौजूद गंदगी गहराई से साफ हो सकते हैं और त्वचा में मौजूद विषाक्त तत्व बाहर निकल सकते हैं (7)। ऐसा होने से त्वचा स्वस्थ हो सकती है।
5. त्वचा जवां दिखे - Anti aging Effect
एक वक्त के बाद त्वचा अपनी प्राकृतिक चमक व लॉक को खोने लगती है। कई बार यह बढ़ती उम्र के कारण होता है तो कई बार कॉस्मेटिक व पर्यावरण के कारण होता है। ऐसे में त्वचा को स्वस्थ व जवां बनाए रखने के लिए सॉना बाथ लाभकारी हो सकता है। दरअसल, सॉना एंटीएजिंग की तरह कार्य कर सकता है और त्वचा को जवां व खिला-खिला बना सकता है (8)।