सिंगल मॉम हैं और डेटिंग पर जा रही...तो काम आएगी ये बातें

पैरेंटिंग कोई बच्चों का खेल नहीं

Update: 2021-10-16 08:50 GMT

पैरेंटिंग कोई बच्चों का खेल नहीं. खासतौर से सिंगल पेरेंट के लिए ये बेहद मुश्किल होता है. सिंगल मॉम्स के लिए तो ये तकरीबन नामुमकिन ही होता है वे बच्चा होने के बावजूद अपने लिए साथी की तलाश करें. कभी समाज की बंदिशें, कभी 'बच्चे क्या सोचेंगे' इस बात की फिक्र आड़े आ ही जाती है और सिंगल मॉम्स को नए साथी की तलाश से दूर कर देती है. फिर भी ख्वाहिशों पर लगाम कसना आसान नहीं है और नए दौर में सिंगल मॉम्स का मिंगल होना कोई अजूबा नहीं. अगर आप सिंगल मॉम हैं और डेटिंग शुरू करने या डेटिंग करते समय किसी तरह की दुविधा में हों तो इन टिप्स के जरिए डेटिंग को आसान बना सकती हैं.


गिल्ट मिटाएं

सिंगल मॉम हैं और डेटिंग पर जा रही हैं या जाना चाहती हैं तो सबसे पहले ये खुद को मुजरिम मानना बंद करें. ये यकीन करें कि आप कुछ गलत नहीं करने जा रहीं. जब तक ये गिल्ट रहेगा कि आप खुद को या किसी और को चीट कर रही हैं तब तक डेटिंग आसान नहीं होगी. इसलिए इस गिल्ट को दूर करना जरूरी है.

बच्चों को अंधेरे में न रखें

अगर आपका बच्चा या बच्चे इस नए संबंध को समझने में थोड़ा भी सक्षम हैं तो उनसे छिपा कर डेटिंग न करें. बल्कि इस नए रिश्ते में उन्हें भी पूरा हिस्सा दें और कॉन्फिडेंस में लेकर ही आगे बढ़ें. ताकि आगे चल कर दो कश्तियों पर सवार होने जैसी स्थिति न रहे.
फर्स्ट इंप्रेशन इज द लास्ट इंप्रेशन

ये याद रखें कि पहली इम्प्रेशन ही लास्ट इंप्रेशन है. इसलिए अपनी डेट को बच्चों से मिलवाने के पहले बहुत सोच समझ लें. सही समय और सही मौके का चुनाव कर सही माहौल में बच्चों को नए मेहमान से मिलवाना मुनासिब होगा. ताकि वे उसे एक्सेप्ट करने में ज्यादा वक्त न लें.

बैलेंस बनाकर रखें

ये सबसे अहम मुद्दा है. बच्चों को ये न महसूस हो कि आप उनके हिस्से का समय किसी अजनबी को देने लगी हैं. उन्हें ये अहसास दिलाना जरूरी होगा कि नए मेहमान के आने के बावजूद उनका प्यार नहीं बंटा है. इसलिए दोनों रिश्तों में संतुलन बनाना बेहद जरूरी है. वर्ना डेटिंग सिर्फ तनाव बन कर रह जाएगी.

संयम रखें

सिंगल मॉम को डेटिंग करते समय संयम रखना बहुत जरूरी है. उनकी हर डेट उनके परिवार से एडजस्ट कर सकेगी या उनका बच्चा नई डेट के साथ रह सकेगा इस सवाल का जवाब मिलने तक संयम रखना जरूरी है. जल्दबाजी में किसी नतीजे पर न पहुंचें दोनों रिश्तों को घुलने मिलने का पूरा वक्त दें.

बीते हुए कल को भूलें
डेटिंग करते समय बीते हुए कल को भूलना भी जरूरी है. हो सकता है गुजरा वक्त अच्छी यादें देकर न गया हो. कोशिश करें कि वो यादें आपकी और नई डेट के बीच में तल्खी न आने दें. उस कल को भूलें और आगे बढ़ें.
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