Rainy day: सांप काटने का जानें लक्षण और बचाव

Update: 2024-07-06 09:45 GMT

Jalandhar जालंधर: बरसात का मौसम शुरू हो गया है और आए दिन सांप के काटने से मौत की खबरें सुनने को मिलती रहती हैं। ऐसे में बारिश में मन में डर बना रहता है कि कहीं किसी को सांप न काट ले। बच्चों की चिंता ज्यादा होती है। इस डर से बचने के लिए सबसे पहले आपको जान लेना चाहिए कि सांप के काटने पर शरीर पर कैसे निशान पड़ते हैं। इसके लक्षण क्या होते हैं, डॉक्टर के पास जाने से पहले आपको क्या-क्या करना चाहिए। यहां जानें इन सभी सवालों के जवाब, जिससे सांप काटने के बाद किसी की जान बच सकती है।

सांप काटने की पहचान क्या है
सिविल अस्पताल में तैनात एस.एम.ओ. के मुताबिक जब कभी जहरीला सांप काटता है तो आमतौर पर दो निशान बनते हैं। अगर छोटे-छोटे कई निशान हैं तो इसका मतलब जिस सांप ने काटा है वह कम जहरीला हो सकता है। हालांकि इलाज तुरंत शुरू कर देना चाहिए। अगर सांप काट ले और शरीर में जहर फैल रहा है तो उल्टी आना, अकड़न, कंपकंपी, एलर्जी, पलकों का गिरना, घाव के चारों तरफ सूजन, जलन, लाल होना, त्वचा का रंग बदलना, दस्त, बुखार, पेट दर्द, सिरदर्द, और जी मिचलाना जैसे लक्षण दिखते हैं। लकवा मारना, पल्स तेज होना, थकान, मांसपेशियों में कमजोरी, प्यास लगना और ब्लड प्रैशर लो होने की समस्या भी हो जाती है।
पंजाब केसरी की लोगों से अपील, देसी नुस्खे तथा झाड़ फूंक से बचें
सिविल अस्पताल में ऐसे कई केस आ रहे हैं जिनमें सांप के शिकार लोगों का उसके परिजन देसी नुस्खे द्वारा उपचार करते हैं। आम तौर पर सांप द्वारा काटी गई जगह को कपड़े से बांध दिया जाता मगर इससे मरीज के शरीर में Gangrene कि बीमारी उत्पन्न होने की संभावना बन जाती है। शरीर का वह भाग पहले नीला तथा बाद में काला पड़ जाता है, क्योंकि उस अंग में खून का रिसाव ठीक तरीके से नहीं होता। इसके अलावा कुछ लोग सांप द्वारा काटे स्थान पर तेजधार ब्लेड मार देते हैं, कारण उनका विचार होता है कि जहर खून द्वारा जल्दी निकल जाता है। सिविल अस्पताल में सीता राम निवासी गांव कंग साहबू तथा पवन निवासी कपूरथला ऐसे 2 मरीज जोकि सांप के काटने के शिकार हुए उनके परिजनों ने भी ऐसा किया। पंजाब केसरी की लोगों से अपील है कि तुंरत निकट के सरकारी अस्पताल में जाकर उपचार करवाए।
सीनियर डाक्टरों ने डी.एन.बी. छात्रों को दीं उपचार संबंधी अहम जानकारियां
सिविल अस्पताल के डी.एन.बी आफिस में एस.एम.ओ. व anesthesia specialist  तथा उनके साथ डी.एन.बी. एनैस्थीसिया सीनियर कंस्लटैंट छात्रों को सांप के काटे मरीज का उपचार करने संबंधी काफी महत्वपूर्ण जानकारियां दी। डा. परमजीत ने कहा कि आज की तारीख में इस समय सिविल अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड में 5 मरीज दाखिल हैं। ट्रॉमा वार्ड में मरीज को सांस लेने में दिक्कत आए तो उनके लिए वैंटिलेटर मशीनें तक उपलब्ध हैं।
सिविल अस्पताल में फ्री लगते हैं एंटी स्नेक वेनम इंजैक्शन
सिविल अस्पताल की मैडीकल सुपरिंटैंडैंट डा. गीता ने कहा कि सांप के काटे लोगों के लिए सिविल अस्पताल में फ्री उपचार की व्यवस्था है। बाजार में एक एंटीस्नेक वेनम इंजैक्शन करीब 500 से शुरू होता है, मरीज को करीब 30 टीके भी लगते हैं, ताकि उसके शरीर में सांप का जहर कम हो सके। सिविल अस्पताल में एंटीस्नेक वेनम इंजैक्शन फ्री में ही लगते है। असके इलावा कपू्रथला, होशियारपुर, नवाशंहर, फगवाड़ा आदि जिओं से मरीज सिविल अस्पताल में आकर अपना उपचार करवा रहे है और स्वस्थ होकर अपने घर लौट रहे हैं।
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